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गुजरात या महाराष्ट्र में लग सकता है प्लांट, 20 लाख रुपए की कारें बनेंगी : टेस्ला

इलेक्ट्रिक कारें (ईवी) रफ्तार का भविष्य होने वाली हैं। एलन मस्क अपनी कंपनी टेस्ला को भारत में लॉन्च करने के लिए रोडमैप बना चुके हैं। मस्क की अगले साल संभावित भारत यात्रा से पहले टेस्ला ने तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में कैलिफोर्निया में टेस्ला के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का दौरा किया।

सूत्रों के अनुसार टेस्ला इंडिया की फैक्ट्री गुजरात अथवा महाराष्ट्र में लगने की संभावना है। हर साल यहां से 5 लाख ईवी कारों का प्रोडक्शन हो सकता है। टेस्ला इंडिया की एंट्री लेवल कारों की कीमत लगभग 20 लाख रुपए हो सकती है।

इंपोर्ट ड्यूटी में कमी पर टेस्ला के साथ सहमति बनी
केंद्र सरकार द्वारा आयात शुल्क (इंपोर्ट ड्यूटी) में कमी पर टेस्ला के साथ सहमति बन गई है। अभी इसका खुलासा नहीं हुआ है। अगले साल जनवरी में मस्क की संभावित भारत यात्रा के दौरान टेस्ला इंडिया के बारे में आधिकारिक घोषणा हो सकती है।

भारत को ईवी कार एक्सपोर्ट बेस बनाने की योजना
मस्क का लक्ष्य 2030 तक वैश्विक स्तर पर 2 करोड़ ईवी की बिक्री का है। इसके लिए मस्क भारत को एशिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र के लिए एक्सपोर्ट बेस बनाना चाहते हैं। दक्षिण पूर्वी एशिया के देशों सहित ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में चीन निर्मित ईवी को टक्कर देने के लिए मस्क भारत में ईवी फैक्ट्री लगाना चाहते हैं। साथ ही भारत के घरेलू ईवी मार्केट पर भी मस्क की नजर है।

टेस्ला भारत में निर्मित कलपुर्जों का आयात इस साल दोगुना करेगी
कैलिफोर्निया में टेस्ला के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के दौरे के दौरान वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि टेस्ला कंपनी अपनी सप्लाई चेन में भारत को भी शामिल कर चुकी है। ये सकारात्मक कदम है। पिछले साल तक टेस्ला ने भारत से लगभग 8,300 करोड़ रुपए के कलपुर्जे मंगवाए थे।

इस साल के अंत तक टेस्ला अपनी ईवी कारों के लिए 16.6 हजार करोड़ रुपए के कलपुर्जे मंगवाएगी। भारतीय वेंडर्स 2021 के बाद से ही कलपुर्जे भेज रहे हैं। टेस्ला को भारतीय कलपुर्जों की क्वालिटी पसंद आ रही है।

टेस्ला इंडिया यहां बैटरी स्टोरज सिस्टम ‘पावरवॉल’ भी बनाएगी
मस्क की कंपनी टेस्ला ने भारत में ही ‘पावरवॉल’ को बनाने और बेचने का प्लान भी बनाया है। ‘पावरवॉल’ एक बैटरी स्टोरेज सिस्टम है जो सोलर पैनल से काम करता है। लगभग एक मीटर की ऊंचाई वाले इस ‘पावरवॉल’ सिस्टम को गैराज या घर के बाहर रखा जा सकता है। अमेरिका के ह्यूस्टन और डलास में ‘पावरवॉल’ सिस्टम से लोग सरप्लस बिजली को ग्रिड को भी बेच रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पीएम नरेंद्र मोदी कैलिफोर्निया में टेस्ला की फैक्ट्री में ‘पावरवॉल’ की प्रशंसा कर चुके हैं।

‘पावरवॉल’ एक बैटरी स्टोरेज सिस्टम है जो सोलर पैनल से काम करता है। लगभग एक मीटर की ऊंचाई वाले इस ‘पावरवॉल’ सिस्टम को गैराज या घर के बाहर रखा जा सकता है।

अभी टेस्ला की सबसे सस्ती कार है मॉडल 3
अमेरिकन मार्केट में अभी टेस्ला की चार इलेक्ट्रिक कारें बेची जा रही हैं। इनमें मॉडल S, मॉडल 3, मॉडल x और मॉडल Y शामिल हैं। इनमें मॉडल 3 सबसे सस्ती कार है। अमेरिका में इसकी कीमत 32,740 डॉलर (करीब 26.87 लाख रुपए) है। ये कार एक बार फुल चार्ज करने पर 535 किलोमीटर चलती है।

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