राजस्थान में रिश्वत के 20 लाख रूपये जला देने के बाद अब मांग उठी है कि इस तहसीलदार को बर्खास्त किया जाए। बता दें कि, इसके पहले भी रिश्वत के बदले अस्मत मांगने वाले कैलाश बोहरा को भी सेवा से बर्खास्त करने की बात उठी थी। अब कांग्रेस के विधायक भरत सिंह ने सीएम गहलोत को पत्र लिखकर इस मामले को अपराध बताया है और मांग की हैं कि इस तहसीलदार को संविधान के अनुच्छेद 311 के तहत बिना नोटिस बर्खास्त किया जाए।
आपको बता दें कि, सिरोही में एक तहसीलदार पर बीस लाख रुपये की घूस लेने का मामला सामने आया था। ऐसे में जब एसीबी की टीम तहसीलदार कल्पेश जैन के घर पर छापा मारने पहुँची थी तो पकडे जाने के डर से कल्पेश ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर 20 लाख रुपयों को गैस चूल्हे पर रख कर फूंक दिए थे। जिसका वीडियो भी खूब वायरल हुआ है। एसीबी की टीम तहसीलदार तक एक रेवेन्यु इन्स्पेक्टर के माध्यम से पहुँची थी, क्योंकि रिश्वतखोरी के मामले में RI परबत सिंह ने गिरफ्तारी के बाद कल्पेश जैन का नाम लिया था। साथ ही उसने कल्पेश के एवज में ही घूस की बात स्वीकार की थी।
अब इसी मामले में सांगोद से कांग्रेस के विधायक भरत सिंह कुन्दनपुर ने मुख्यमत्री को पत्र लिखते हुए कहा है कि, पहली बार देश में कुछ ऐसा किया गया है। जिसके चलते यह मामला रेयर ऑफ रेयरेस्ट है। विधायक ने कहा है कि, इस तरह से नोटों को नष्ट करना अपराध है और तहसीलदार कल्पेश जैन ने तो कल्पना से कहीं ज्यादा 20 लाख रुपए के नोटों को अपने बचाव में जलाकर नष्ट कर दिया। ऐसे में आरोपी तहसीलदार कल्पेश जैन पर संविधान के अनुच्छेद-311 का इस्तेमाल कर बिना नोटिस व अन्य किसी प्रक्रिया के तहत सेवा से बर्खास्त किया जाना चाहिए।
संवाददाता प्रकाश जोशी
द अचीवर टाइम लखनऊ