झारखंड के रामगढ़ के चितरपुर में रिश्ते को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। जहाँ एक चचेरे भाई-बहन ने प्रेम विवाह कर लिया। इसके बाद दुखी परिजनों ने पुतला बनाकर उसका अंतिम संस्कार लारी के सिमरानाला घाट में कर दिया। लड़की के पिता ने बाकायदा सिर भी मुड़ाया। मामला चितरपुर का है। जहां एक युवती ने अपने चचरे भाई से विवाह कर लिया। परिजनों ने दोनों को घर परिवार से हमेशा के लिए अलग कर दिया।
युवती के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। परिजनों का कहना हैं कि बेटी के इस गलत कारनामे से समाज में जो इज्जत थी। वो पूरी तरह से धूमिल हो गयी है। युवती अपने चचेरे भाई के साथ पिछले 28 फरवरी को भाग गई थी। इसके बाद परिजनों ने इसकी शिकायत रजरप्पा थाना को किया। युवक-युवती मंगलवार को रजरप्पा थाना पहुंचे और स्वेच्छा से भागने की बात कही। इसके अलावा दोनों ने शादी कर लेने की भी बात कही। उसके परिजन भी थाना पहुंचकर मामले को हटाने का प्रयास किया।
इस बीच समाजसेवी चंद्रशेखर पटवा ने भी दोनों को समाजिक दुहाई देकर समझाने का प्रयास किया, लेकिन युवक-युवती शादी के लिए राजी थे। और वह पूर्व में ही लड़की को सिंदूर देकर शादी कर लिया था। थाना में भी दोनों ने जीने मरने की कसमें खा ली थी। लड़की अपने पिता की भी बात मानने को तैयार नहीं थी। वह प्रेमी के साथ ही रहने के लिए राजी थी। अपने परिजनों की बात मानने को भी तैयार नहीं थी। तब उसके पिता ने थाना में कहा कि अब हम अपनी बेटी से सारे रिश्ते तोड़ रहे है। इसके बाद पिता ने नदी के घाट में बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया ।
संवाददाता प्रशांत अवस्थी
द अचीवर टाइम्स लखनऊ