रेलवे की निजी कंपनियों के माध्यम से ट्रेनें चलाने की योजना रफ्तार पकड़ने लगी है। रेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्री-बिड बैठक में 23 कंपनियों ने हिस्सा लिया। रेलवे को इस योजना में निजी कंपनियों की ओर से 30 हजार करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद है। पहली प्राइवेट ट्रेन अप्रैल 2023 तक पटरी पर दौड़ाने की योजना है।
निजी ट्रेन चलाने के लिए जिन 23 कंपनियों ने टेंडर दस्तावेज खरीदे हैं, उनमें भारत फोर्ज, आईआरसीटीसी, बॉम्बार्डियर, सिमेंस, जीएमआर, भेल, गेटवे-रेल, आरके एसोसिएट्स, मेधा ग्रुप, स्टरलाइट पावर, टीटागढ़ वैगंस आदि शामिल हैं। रेलवे इन कंपनियों के सवालों का 21 अगस्त को जवाब देगा।
109 रूट पर 151 हाई स्पीड ट्रेनों का प्रस्ताव
रेलवे ने 12 क्लस्टर में 109 रूट पर 151 हाई स्पीड ट्रेन चलाने के प्रस्ताव मांगे हैं। रेल विभाग 8 नवंबर को निजी कंपनियों की सूची जारी करेगा। 2022-23 में 12 ट्रेन शुरू हो सकती है। इसी तरह 2023-2024 में 45 और 2025-26 में 50 निजी ट्रेन चलाने की योजना है।