श्रीरामजन्मभूमि मंदिर का भूमि पूजन होने के साथ ही राममंदिर निर्माण की प्रक्रिया भी अब गति पकड़ने लगी है। इसी क्रम में विहिप ने राममंदिर निर्माण के लिए एक बड़ी योजना बनाई है।
विहिप शिलापूजन अभियान के तर्ज पर देश के चार लाख गांवों में जनसंपर्क अभियान चलाकर प्रत्येक परिवार से राममंदिर निर्माण के लिए आर्थिक सहयोग लेगी। माना जा रहा है कि विहिप यह अभियान दिसंबर से शुरू कर सकती है।
विहिप की योजना देश में चार लाख स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित करने की है। इस कार्यक्रम के जरिये संगठन देश के दस करोड़ से अधिक परिवारों तक अपना संदेश पहुंचायेगा। विहिप के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी ने बताया कि राममंदिर निर्माण के लिए पूरे देश के चार लाख गांवों में जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा।
इस संपर्क अभियान के जरिए लोगों से उनकी क्षमता के मुताबिक राम मंदिर के लिए आर्थिक सहयोग करने की अपील की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए विहिप की अभी कोई बैठक नहीं होगी।
माहौल सामान्य होने पर राम मंदिर के लिए व्यापक संपर्क अभियान चलाएंगे। बताया कि अब राम मंदिर निर्माण के लिए विहिप देश के 4 लाख गांवों के 10 करोड़ परिवारों से संपर्क साधा जाएगा।
हर परिवार से आर्थिक सहयोग करने की अपील की जाएगी। लोगों को राममंदिर की महत्ता और मंदिर आंदोलन की स्मृतियों से रूबरू कराया जाएगा। राममंदिर का भूमिपूजन होने के बाद मंदिर निर्माण की मुहिम से जुड़ने की इच्छा देश दुनिया के हर रामभक्त के मन में मचल रही है। ऐसे में विहिप का यह आयोजन उनकी इच्छा पूरी करने के लिए बेहतर माध्यम होगा।
इस आयोजन को लेकर अभी संगठन में शीर्ष स्तर पर मंथन चल रहा है। आगामी नौ से 16 अगस्त के बीच संपन्न होने वाले विहिप के स्थापना दिवस कार्यक्रम के उपरांत इसकी वास्तविक रूपरेखा सामने आ सकती है
1989 में चला था शिलापूजन अभियान
-अशोक तिवारी ने बताया कि 1989 में चले शिलापूजन अभियान के तर्ज पर यह जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा। उस समय विहिप ने देश के पौने तीन लाख गांवों में यह अभियान चलाकर सवा रूपए व एक ईंट दान में ले थी। तब देश के कोने-कोने सहित विश्व के 55देशों से रामशिलाएं व दान अयोध्या आया था। करीब तीन लाख राम शिलाएं एकत्र हुईं थी जो वर्तमान में रामघाट स्थित न्यास कार्यशाला में सुरक्षित रखी हैं।