6 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो जाएगा। इस साल सावन के महीने की शुरूआत सोमवार के दिन से हो रही है। जो कि भोले बाबा का सबसे प्रिय दिन है। सोमवार के दिन बहुत से भक्त व्रत रहते हैं और दिनभर फलाहार ग्रहण करते हैं। अगर व्रत के दिन आप कुछ नया ट्राई करना चाहती हैं तो केले की पूरियां सबसे बढ़िया डिश है। इसे खाने के बाद हर कोई बस आपकी तारीफ करेगा। आगे की स्लाइड में जानिए इसे बनाने का तरीका।
वैसे तो कच्चे केले की बहुत सारी डिश बनती हैं। चाहे वो केले की सब्जी हो या चिप्स, वहीं कुछ लोग कच्चे केले के पकौड़े भी खाना पसंद करते हैं। लेकिन इन पूरियों को खाने के बाद आप इसे दोबारा से बनाकर जरूर खाना चाहेंगे। क्योंकि ये केवल व्रत में ही नहीं बल्कि शाम के स्नैक्स में भी बनाकर खा सकते हैं।
सामग्री
2 कच्चे केले
250 ग्राम सिंघाड़े का आटा
लाल मिर्च पाउडर
एक चम्मच सौंफ
सेंधा नमक स्वादानुसार
चुटकी भर शक्कर
काली मिर्च पाउडर
बारीक कटा हरा धनिया
घी
केले की पूरियां बनाने के लिए पहले कच्चे केले को अच्छी तरह उबाल लें। ठंडे होने पर छिलके हटाकर केले को अच्छी तरह हाथ से मैश करें। मैश जितना अच्छा करेंगे पूरी उतनी ही अच्छी बनेगी। इसके बाद एक थाली में सिंघाड़े का आटा ले लें। यदि सिंघाड़े का आटा नहीं है तो उसके स्थान पर राजगिरा आटा (रामदाने का आटा) लें। आटे को अच्छी तरह छान लें। आटे में आधा चम्मच लाल मिर्च, एक चम्मच सौंफ, स्वादानुसार सेंधा नमक, चुटकी भर शक्कर, चुटकी भर काली मिर्च पाउडर, बारीक कटा हरा धनिया मिला लें। साथ ही केले का मिश्रण मिलाएं। अब आटे को गूंथ कर 10-15 मिनट कपड़े से ढककर रख दें। फिर इसकी छोटी-छोटी लोई बनाकर पूरी बेल लें। एक कढ़ाई में घी गरम करके पूरियों को कुरकुरी होने तक तलें। इस बाद गरमा-गरम पूरी को दही के रायते या हरी चटनी के साथ परोसें।