प्रदेश में 5 जुलाई को लक्ष्य पार करते हुए 25.87 करोड़ से ज्यादा पौधे लगाए गए। वन मुख्यालय पर स्थित कंट्रोल रूम में दर्ज सूचना के अनुसार, शाम 6 बजे तक 25,08,84,208 पौधे रोपे गए।
इसमें वन विभाग समेत 26 विभागों व अन्य संस्थाओं की भागीदारी रही। इस अवसर वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रदेश में एक नया इतिहास रचा गया है। पिछले साल 9 अगस्त को प्रदेश में 22.60 करोड़ पौधे रोपे गए थे जो एक विश्व कीर्तिमान था।
5 जुलाई को अपने ही उस रिकार्ड को भी प्रदेश ने ही पीछे छोड़ दिया। दारा सिंह ने कहा कि दस देशों के लोगों ने इस अभियान से जुड़ी वेबसाइट पर हिट किया है। पौधरोपण कार्यक्रम के तहत जिलों में पंचवटी, हरिशंकरी, व नक्षत्र वाटिका की स्थापना की गई।
गंगा किनारे के 27 जिलों में दोनो तटों से 10 किलोमीटर तक छह हजार हेक्टेयर में 67 लाख पौधे रोपे गए। गंगा-यमुना की 40 से अधिक सहायक नदियों के तटों के दोनो ओर करीब 21 हजार हेक्टेयर में 1.5 करोड़ पौधे लगाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि 5 जुलाई का अभियान गिनीज बुक में दर्ज हो सकता था, पर गिनीज बुक के अधिकारियों ने कोविड-19 के कारण बड़े स्तर पर भीड़ एकत्र करने और सभी स्थानों पर अपना प्रतिनिधि भेजने में असमर्थता जता दी थी। वन मंत्री ने कहा कि गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज कराने के लिए प्रदेश के पांच जिलों में विशेष पौधरोपण अभियान का आयोजन किया जाएगा।