परीक्षा होने या न होने की उलझन में फंसे लखनऊ विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए राहत भरी खबर है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सात जुलाई से प्रस्तावित अपनी परीक्षा फिलहाल के लिए स्थगित कर दी है। इसकी वजह राज्य सरकार द्वारा परीक्षा के संबंध में पुनर्विचार किया जाना बताया गया है। परीक्षा पर अगला फैसला शासन द्वारा गाइडलाइन जारी होने पर ही किया जाएगा।
लखनऊ विश्वविद्यालय ने मुख्य सचिव की ओर से 19 जून को जारी हुए पत्र के बाद परीक्षा की तारीख घोषित कर दी थी। लविवि द्वारा सात जुलाई से परीक्षा शुरू करने संबंधी आदेश जारी करने के बाद चारों तरफ विरोध शुरू हो गया था। शिक्षक और छात्र सभी कोरोना संक्रमण के समय परीक्षा कराये जाने का विरोध कर रहे हैं। इसको लेकर सड़क से सोशल मीडिया पर अभियान चलाया गया।
प्रदेश सरकार ने संक्रमण की स्तिथि को देखते हुते चार कुलपतियों की समिति को परीक्षा आयोजन पर सुझाव देने को कहा था। समिति ने अपनी रिपोर्ट दे दी है। माना जा रहा है कि परीक्षा के बजाय सभी को मास प्रोमोशन का लाभ दिया जाएगा लेकिन अभी तक सरकार ने इस मामले पर कोई आदेश जारी नहीं किया है।
अब शासन की गाइडलाइन पर ही होगा फैसला
सरकार की ओर से दो जुलाई को इस संबंध में आदेश जारी होना था पर फिलहाल कोई गाइडलाइन जारी नहीं हुई है। इसको देखते हुए लविवि ने अपनी परीक्षा स्थगित करने का फैसला किया है।
ऐसा न होने की सूरत में शिक्षक और छात्र सभी दुविधा में थे। लविवि ने परीक्षा स्थगित करके इस दुविधा को दूर कर दिया है। अब लविवि अगला फैसला शासन की गाइडलाइन आने पर ही करेगा।
लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव का कहते हैं कि सरकार परीक्षा के संबंध में पुनर्विचार कर रही है। इसलिए सात जुलाई से प्रस्तावित परीक्षा स्थगित की जा रही हैं। सरकार से दिशा निर्देश मिलने के बाद ही कोई फैसला किया जाएगा।