पूरे प्रदेश में 15 जून से गाड़ियों का मैन्युअल चालान बंद हो जाएगा। अब केवल ई-चालान ही किया जाएगा। यातायात निदेशालय ने इसके निर्देश सभी जिलों की पुलिस और यातायात पुलिस के अलावा राजकीय रेलवे पुलिस के अधिकारियों को भेज दिए हैं।
आईजी यातायात दीपक रतन ने बताया कि पहले चरण में 10 जिलों में ई चालान की व्यवस्था पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू की गई थी। पायलट प्रोजेक्ट सफल होने के बाद इसे अन्य जिलों में भी लागू किया गया था। जिस गाड़ी का ई-चालान किया जाता है उसका ई-चालान वाहन मालिक के मोबाइल पर एसएमएस से पहुंच जाता है। साथ ही डाक से ई-चालान की कॉपी भी भेजी जाती है।
कई जिलों में डाक खर्च उपलब्ध न होने के कारण 20 प्रतिशत मैन्युअल या पेपर चालान भी किए जा रहे थे। अब सभी जिलों को डाक खर्च के लिए पर्याप्त राशि उपलब्ध करा दी गई है। इसके बाद अब फैसला किया गया है कि 15 जून से पेपर चालान या मैन्युअल चालान पूरी तरह से बंद कर दिया जाए और नागरिक पुलिस, यातायात पुलिस व रेलवे पुलिस द्वारा केवल ई-चालान की कार्रवाई ही की जाए।
सरकार ने परिवहन निगम के प्रयासों को सराहा
लॉकडाउन के दौरान परिवहन निगम की सेवाओं की राज्य सरकार ने सराहना की है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में निगम ने सराहनीय सेवाएं दीं। निगम के प्रबंध निदेशक राजशेखर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्नाथ को इसके लिए धन्यवाद देते हुए निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों का आभार जताया है।
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को निगम की 3800 बसों से 1,75,000 यात्रियों ने सफर किया। यात्रियों की संख्या में प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। बसों के संचालन में सुरक्षा के मानकों का पालन किया जा रहा है। साथ ही यात्रियों से फीडबैक लेने की भी योजना है।