लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फंसे यूपी-बिहार और झारखंड के मजदूरों की घर वापसी शुरू हो गई है। श्रमिक स्पेशल ट्रेन से मजदूरों को अपने-अपने राज्य में भेजने का जिम्मा रेलवे ने उठाया है। ट्रेनों से इन लोगों को भेजा जा रहा है। एक स्टेशन पर उतरने के बाद सभी को बस से उनके शहर भेजने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। अपने जिले में पहुंचने के बाद इन लाेगों को घर नहीं जाने दिया जा रहा है। स्थानीय जिला प्रशासन इन्हें एक जगह पर 21 दिन के लिए क्वारंटाइन सेंटर पर रख रहा है। 21 दिन पूरे होने के बाद इनका स्वास्थ्य परीक्षण होगा। सब सही पाए जाने के बाद इन्हें घर जाने दिया जाएगा। मतलब अपने शहर पहुंचने के बाद भी इन लोगों को अपनों से मिलने में 21 दिन का इंतजार करना होगा।
बिहार में जयपुर से घर पहुंचे 1174 प्रवासी :
राज्य के प्रवासी मजदूरों को लेकर पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन शनिवार दोपहर दो बजे दानापुर जंक्शन पहुंची। ट्रेन से उतरे 1174 प्रवासियों के चेहरे पर घर लौटने की खुशी दिखी। दानापुर पहुंचने के बाद सभी की स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद अलग-अलग बसों से उन्हें उनके प्रखंड मुख्यालय में बने क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया गया। वहां वे 21 दिनों तक रहेंगे। इसके बाद ही अपने परिवार से मिल पाएंगे।
21 दिन बाद दोबारा होगी जांच
प्रखंड मुख्यालय में बने क्वांरटाइन सेंटर में प्रवासी मजदूरों को 21 दिन रखा जाएगा। अभी तक 14 दिन की क्वारंटाइन अवधि होती थी, लेकिन अब ज्यादा दिनों में लक्षण सामने आने के बाद ऐसा किया जा रहा है। 21 दिन बाद इनकी दोबारा जांच होगी। जांच में स्वस्थ मिलने पर ही अपने घर जा पाएंगे।
केरल की ट्रेन आज पटना पहुंचेगी
केरल के एर्नाकुलम और तिरूर स्टेशन से शनिवार को अलग-अलग दो ट्रेनें खुलीं। सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि एर्नाकुलम की ट्रेन शनिवार शाम छह बजे और तिरूर से शाम साढ़े छह बजे खुली। दोनों ट्रेनें दानापुर स्टेशन चार मई यानी सोमवार को पहुंचेगी। दोनों ट्रेन में कुल करीब ढाई हजार लोग आएंगे। उन्होंने बताया कि अभी अन्य किसी राज्य से ट्रेन के बिहार आने की सूचना नहीं है। बिहार सरकार के स्तर से आग्रह आने के बाद रेल बोर्ड इसकी मंजूरी देता है।
लखनऊ पहुंचे 847 श्रमिक :
लंबे सपने से अपने घर पहुंचने का इंतज़ार रविवार सुबह ख़त्म हो गया है| 847 श्रमिकों को लेकर स्पेशल ट्रेन नासिक से सुबह 5:55 पर लखनऊ में चारबाग़ रेलवे स्टेशन पहुंची। यहाँ पर 17 रूटों के लिए 27 बसे इन्हें उत्तर प्रदेश के अलग अलग ज़िलों में ले जाने के लिए तैयार खड़ी थी। हर श्रमिक की थर्मल सकनिंग करने के बाद इन्हें बसों से रवाना कर दिया गया। इनमें लखनऊ के चार श्रमिकों के अलावा बहराइच. श्रावस्ती , बस्ती कन्नौज प्रयागराज समेत 32 ज़िलों के श्रमिक शामिल हैं।सभी को स्टेशन से निकलते ही नाश्ते के पैकेट दिए गए। प्रतापगढ़ के एक युवक को प्लेटफार्म पर चेकिंग के दौरान बुखार की समस्या निकलने पर नमूना लेकर बीकेटी के जीसीआरजी काॅलेज में क्वारंटीन कराया गया है। कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने पर उसे बाद में घर प्रतापगढ़ भिजवाया जाएगा।