देश के दिल दिल्ली में एक बार फिर आम आदमी पार्टी (आप) की ऐसी आंधी चली जिससे न सिर्फ भाजपा के मंसूबों पर पानी फिर गया बल्कि कांग्रेस भी पूरी तरह उजड़ गई। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की जीत के पीछ केवल प्रशांत किशोर ही नहीं बल्कि चुनावी रणनीतिकारों की एक बड़ी टीम काम कर रही थी। इनमें से कई तो विदेशों से पढ़े हुए हैं। जानिए उन लोगों के बारे में जिन्होंने दिल्ली में आप की प्रचंड जीत के लिए पर्दे के पीछे से निभाई बड़ी भूमिका:
प्रशांत किशोर
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी की जीत के पीछे बड़ी भूमिका निभाई। वे कई साल पहले से ही दिल्ली में केजरीवाल की जीत के लिए रणनीति बनाने में जुटे हुए थे। मंगलवार को रुझान में आप को तगड़ी जीत मिलती देख पीके ने केजरीवाल से मिलकर उन्हें बधाई दी। इतना ही नहीं प्रशांत किशोर पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और डीएमके के एमके स्टालिन के लिए भी काम कर रहे हैं।
प्रीति शर्मा मेनन
प्रीति शर्मा मेनन आम आदमी पार्टी की नेशनल एक्जिक्यूटिव मेंबर और राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। वे आप की सोशल मीडिया विंग के साथ जुड़ी हुई हैं। इन्होंने सोशल मीडिया के द्वारा जनता को साधने में बड़ी भूमिका निभाई। ये विदेशों में पार्टी के प्रचार-प्रसार का काम भी देखती हैं।
कपिल भारद्वाज
अमेरिका से पढ़े हुए कपिल भरद्वाज आम आदमी पार्टी के लिए मीडिया, पीआर और पब्लिसिटी सहित कई मामलों को देखते हैं। कपिल विरोधियों की हर चाल पर नजर रखते हुए पार्टी की रणनीति को बनाते हैं। इनको बूथ मैनेजमेंट के अलावा स्टार कैंपेनर्स को कहां प्रयोग किया जाए इसमें महारत हासिल है।
पृथ्वी रेड्डी
पृथ्वी रेड्डी पेशे से बिजनेसमैन हैं और आम आदमी पार्टी के साथ शुरुआत से जुड़े हुए हैं। पृथ्वी पार्टी की क्राउड फंडिंग पर भी पूरी नजर रखते हैं। इनकी टीम चुनाव प्रचार के दौरान नुक्कड़ नाटक, म्यूजिकल वॉक जैसे नए नए प्रयोगों से जनता को लुभाने का काम किया।
जासमीन शाह
आईआईटीएन और कोलंबिया विश्वविद्यालय से पढ़े जासमीन शाह आम आदमी पार्टी के घोषणापत्र टीम का हिस्सा रहे। इसके अलावा इन्होंने आप सरकार की कई योजनाओं को भी मूर्तरूप दिया है। ये केजरीवाल सरकार की डायलॉग एंड डेवेलपमेंट कमीशन के उपाध्यक्ष भी हैं।
हितेश परदेशी
हितेश परदेशी डिजिटल मीडिया में आम आदमी पार्टी की पैठ बनाने के लिए काम किया। इन्होंने अपने मीम के जरिए न केवल विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा वहीं अपनी पार्टी के पक्ष में माहौल भी बनाया। बता दें कि हितेश पहले एआईबी के लिए भी काम कर चुके हैं।