महाराष्ट्र में बीते कई दिनों से चल रहे सियासी उठापटक के बीच मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मंजूरी दे दी। हालांकि, इसके खिलाफ शिवसेना सुप्रीम कोर्ट चली गई है। अब राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी बीजेपी सरकार बनाने के लिए कोशिश करेगी।
बीजेपी को महाराष्ट्र में 105 सीटों पर जीत मिली है और बहुमत हासिल करने के लिए 40 विधायकों का समर्थन और चाहिए। अब पार्टी न सिर्फ राज्य के 29 निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल करने की कोशिशें करेगी, बल्कि दूसरे दलों के विधायकों को भी अपने पाले में करने का प्रयास करेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता नारायण राणे ने कहा कि मैंने देवेंद्र फणडवीस से मुलाकात कर उनसे कहा है कि हमें सरकार बनाने की कोशिश करनी चाहिए। सरकार बनाने के लिए जो भी जरूरी होगा, वह हम करेंगे। मुझे नहीं लगता कि शिवसेना एनसीपी के साथ जाएगी।
यह साफ दर्शा रहा है कि बीजेपी महाराष्ट्र में ऑपरेशन लोटस शुरू कर सकती है। मालूम हो कि पार्टी ने हाल ही में इसी तरह से कर्नाटक में भी बहुमत हासिल किया था। बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने हमारे सहयोगी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स को सोमवार को बताया था कि अगर राष्ट्रपति शासन लगता है कि पार्टी शिवसेना और कांग्रेस दोनों विधायकों का समर्थन हासिल करने की कोशिश करेगी।
वरिष्ठ बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि हम राज्य के राजनीतिक घटनाक्रम पर कड़ी नजर रख रहे हैं। अब तक कांग्रेस-एनसीपी ने शिवसेना को अपना समर्थन नहीं दिया है या यहां तक कि शिवसेना के नेताओं से भी मुलाकात नहीं की है। हमने इन सभी घटनाक्रमों पर विस्तार से चर्चा की है।