अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव में इस बार 3.25 लाख से ज्यादा दीये जला कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपना ही रिकॉर्ड तोड़ेंगे। वहीं इस बार लेज़र शो की जगह प्रोजेक्शन शो करने की तैयारी है। अयोध्या में 24-26 अक्तूबर तक दीपोत्सव मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री यहां 26 अक्तूबर के कार्यक्रम में शामिल होंगे।
यहां राम की पैड़ी को हर की पैड़ी की तर्ज पर विकसित किया गया है। अब राम की पैड़ी पर बहता हुआ पानी दिख रहा है। इसके चलते यहां सीढ़ियां कम हो गई हैं। ये तय है कि 3.25 लाख दीये तो जलेंगे ही। इसे 4 लाख दीये तक किया जा सकता है। चूंकि सीढ़ियां कम हो गई हैं इसलिए आकलन किया जा रहा है कि कितने ज्यादा से ज्यादा दीये जलाएं जा सकते हैं।
दीपोत्सव 2018 में 3,01,152 सरसों के तेल के दीये जलाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज हुआ था। हालांकि दीये ज्यादा जलाये गये थे लेकिन एक समय में 3.01 लाख दीये जलने का रिकार्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हुआ है। इस बार प्रोजेक्शन शो की तैयारी है। राम की पैड़ी की सीढ़ियों की पास वाली इमारतों को स्क्रीन की तरह इस्तेमाल किया जाएगा। पिछली बार यहां लेज़र शो हुआ था जिसमें पानी की सतह (सरयू नदी)को स्क्रीन की तरह इस्तेमाल करते हुए शो दिखाया गया था।
इस बार हर प्रदेश के पर्यटन मंत्री को दीपोत्सव में बुलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में मॉरीशस, त्रिनिदाद, इंडोनेशिया और थाईलैंड के राष्ट्राध्यक्ष को भी बुलाने पर विचार किया जा रहा है। पांच से ज्यादा देशों की रामलीला भी यहां होंगी। 2017 से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली बार दीपोत्सव के कार्यक्रम की शुरुआत की थी और उनकी पूरी कैबिनेट ने यहां दीवाली मनाई थी।