मुरादाबाद में नागफनी पुलिस का एक बेहद अमानवीय चेहरा सामने आया है। रामगंगा किनारे बोरे में बंद मिली लाश को पानी से बाहर निकालने के लिए एक नाबालिग को मजबूर किया गया। बुरी तरह से सड़-गल चुकी लाश से इतनी बदबू आ रही थी कि पुलिसकर्मी और दर्जनों तमाशबीन कई फीट दूर खड़े वीडियो बनाते रहे जबकि नाबालिग मुंह पर कपड़ा बांधकर लाश खींचता रहा। पुसिल की इस करतूत की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर एसएसपी ने आरोपी दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया। विभागीय जांच सीओ सिविल लाइंस को दी गई है।
सोमवार शाम नागफनी थाना क्षेत्र के काली माता मंदिर के पास रामगंगा नदी किनारे बोरे में बंद लाश मिलने से सनसनी मच गई। सूचना पाकर नागफनी पुलिस मौके पर पहुंची। शव से आने वाले दुर्गंध इतनी तेज थी कि कोई पुलिस वाला करीब जाने की भी हिम्मत नहीं जुटा पाया। शव को पानी से बाहर खिंचवाने के लिए पुलिस वाले पास की एक टाल पर काम करने वाले किशोर को पकड़ लाए और उससे लाश निकालने को कहा। किशोर पुलिस वालों और वहां जुटे लोगों के सामने बोरे को खींचकर बाहर लाया। ब्लेड से उसने बोरे को काटा गया तो उसमें महिला की सड़ी-गली लाश निकली।
क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि पुलिस ने किशोर से जबरन शव खिंचवाया गया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में किशोर ने कुबूला है कि उसे पुलिस वाले लाश खींचने के लिए ले आए। बदबू इतनी अधिक थी उसे उल्टी आने लगी तो उसने मुंह पर कपड़ा बांध लिया था। वीडियो वायरल की जानकारी होने पर एसएसपी अमित पाठक ने प्रारंभिक जांच के आधार पर नागफनी थाने के दरोगा मानचन्द्र को तत्काल प्रभाव से लाइनहाजिर कर दिया।