कासगंज में मंगलवार को शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने गई पुलिस पर बदमाशों ने हमला कर दिया था। इसमें एक सिपाही की बदमाशों ने पीट कर दर्दनाक तरीके से हत्या कर दी और वहीं एक दारोगा गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद आनन फानन में आई पुलिस ने बुधवार को एक एनकाउंटर में इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोती के भाई एलकार सिंह को मार गिराया। जबकि अन्य आरोपियों की तलाश लगातार जारी है। बदमाश एलकार सिंह भी हिस्ट्रीशीटर है और वह जेल भी जा चुका है।
आपको बता दें कि पूरी घटना सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के गांव नगला धीमर की है। जहां दारोगा अशोक पाल और सिपाही देवेंद्र शराब माफियाओं पर मुकदमा दर्ज करने के लिए गांव पहुंचे थे। गांव पहुंचते ही शराब माफियाओं ने पुलिस पर हमला कर दिया और उन्हें बंधक बना लिया। बदमाशों ने सिपाही को बुरी तरह से पीट कर मौत के घाट उतार दिया।
वहीं, दारोगा की बेरहमी से पिटाई की गई। इस पूरे घटना में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई। बिकरु कांड से सबक न लेते हुए चंद पुलिसकर्मी ही अवैध शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने पहुंच गई थी। मामले की सूचना जब आलाधिकारियों को मिली तो वे भी घटनास्थल पहुंँचे। काफी जांँच पड़ताल के बाद दारोगा निर्वस्त्र और लहूलुहान हालत में गांँव से डेढ़ किलोमीटर दूर खेत में पड़े मिले. वहीं, सिपाही का शव मौके से बरामद किया गया। मुख्यमंत्री ने मृतक सिपाही को मुआवजे की घोषणा की है। घटना के बाद एडीजी अजय आनंद और आईजी पीयूष मोर्डिया भी मौके पर पहुंचे। फिलहाल गंभीर रूप से घायल दारोगा अशोक को जिला अस्पताल से अलीगढ़ रेफर कर दिया गया है। तो वहीं शहीद सिपाही के शव को पंचनामा के लिए भेजा गया है। इस पूरी घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
रचना
द अचीवर टाइम्स लखनऊ