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कोरोना वायरस ने विश्व में ऐसा कहर बरपाया कि सांसों पर संकट आ गया। ऑक्सीजन के अभाव में लोगों की जान तक चली गई। ऐसे में जिले के लोगों ने 24 घंटे ऑक्सीजन देने वाले पौधों की खरीदारी शुरू की। जिले में करीब 20 निजी नर्सरी हैं जबकि वन विभाग की 17 नर्सरी हैं। डीएफओ एम सेम्मरन के मुताबिक विभागीय नर्सरी में पेड़ बनने वाले पौधे हैं। जबकि निजी नर्सरी में ऑक्सीजन के प्लांट हैं। विगत दिनों मनी प्लांट स्नेक आदि आक्सीजन प्लांट की डिमांड बढ़ी है। बिजनौर में ही ओमधारा नर्सरी में लोगों ने पहुंचकर ऑक्सीजन प्लांट खरीदकर अपने घरों में रखने शुरू कर दिए हैं। यह पौधे देखने में भी आकर्षक हैं और घर में आसानी से उग भी जाते हैं। ओम नर्सरी संचालक सत्येंद्र कुमार का कहना है कि इन दिनों दिन रात ऑक्सीजन देने वाले इन पौधों की खूब बिक्री हो रही है। लोगों ने इन पौधों की खरीदारी शुरू कर दी है। वहीं नर्सरी के संचालक शैलेन्द्रवीर ने बताया कि वह लोगों को इस समय पीपल की पौध निशुल्क उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पौधों को स्वस्थ रखने के लिए मिट्टी सूखने पर ही पानी भरें।
24 घंटे ऑक्सीजन देने वाले पौधों को घर में रख रहे लोग
एरिका पाम, रेपिस पाम, किंग पाम, एग्लोनिमा, स्नेक प्लांटस, फ्लोडेन्ड्रान, गोल्डन पोथोस, ऑक्सी कोडियम, क्रोटोन, फाइकस, लक्की बैम्बू, क्रासुला, सकुलैंट, पेपोरोमिया, मनी प्लांट, एलोवेरा, तुलसी, बांबू प्लांट आदि 24 घंटे ऑक्सीजन देते हैं। इन पौधों को जिले के लोग खरीदकर घर में रखने को प्राथमिकता दे रहे हैं। इन पौधों को घर में रखने से ऑक्सीजन की कमी नहीं रहती है।
40 से 180 रुपये में मिल रहे दिन रात ऑक्सीजन देने वाले प्लांट
ओमधारा नर्सरी पर पहुंचकर लोग दिन रात ऑक्सीजन देने वाले पौधों की खरीदारी कर रहे हैं। नर्सरी में कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है। नर्सरी में इन पौधों की कीमत 40 रुपये से 180 रुपये तक है। यह पौधे घर में आसानी से सरवाइव कर जाते हैं।
ऑक्सीजन का महत्व लोगों को समझ आ गया है। इस समय जिले में ऑक्सीजन देने वाले प्लांट की डिमांड बढ़ी है। इन दिनों 24 घंटे ऑक्सीजन देने वाले पौधों को लोग खरीदने को प्राथमिकता दे रहे हैं। कोरोना काल में काफी लोग दिन रात ऑक्सीजन देने वाले पौधों को खरीदकर अपने घरों में रख रहे हैं।
संवाददाता मकबूल अंसारी
द अचीवर टाइम लखनऊ