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वारदात को अंजाम देकर अपराधी जीरोमाइल चौक की तरफ फरार हो गए। गोली चलने की आवाज पर परिजन तेजी से बाहर निकले। व्यवसायी विनोद चौधरी गेट के सामाने गिरे थे और खून से लथपथ थे। परिजन उन्हें निजी वाहन से बैरिया स्थित निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
हत्या की घटना से खेत्री क्षेत्र में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि अबतक मोहल्ले में इस तरह की घटना नहीं हुई थी। पुलिस की ठोस कार्रवाई नहीं होने से अपराधी बेखौफ हो चले हैं। इस घटना पर व्यवसायियों ने भी आक्रोश जताया है। पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। एसकेएमसीएच में पोस्टमार्टम के लिए शव भेजे जाने के बाद देर रात तक रिश्तेदारों व परिचितों के आने का तांता लगा रहा। क्षेत्र में घटना के बाद से तनाव है। एहतियातन पुलिस कैंप कर रही है।
घटना के करीब 15 मिनट के बाद अहियापुर पुलिस पहुंची। घटनास्थल और अहियापुर थाने की दूरी एक किलोमीटर है। पुलिस के पहुंचने पर विनोद चौधरी के परिजनों ने नाराजगी भी जतायी। एक परिजन ने कहा कि पुलिस से क्या होगा, सच्चाई हम सब जानते हैं। खुद ही हत्या की वजह मालूम करेंगे। रात साढ़े 10 बजे नगर डीएसपी रामनरेश पासवान पहुंचे। घटनास्थल की छानबीन की। मोहल्ले में लगे सीसीटीवी की जांच की।
घटना की सूचना पाकर एसटीएफ के जवान हवाई चप्पल में ही घटनास्थल पर पहुंचे। जवानों ने बताया कि उन लोगों को समय नहीं मिला कि जूता तक पहन सके। हत्या की जांच में एसएसपी जयंतकांत के निर्देश पर एसआईटी, सर्विलांस और डीआईयू छानबीन में जुट गई है।
घटना की जानकारी मिलने पर परिजन बैरिया स्थित निजी अस्पताल पहुंचे। वहां व्यवसायी की बहन दहाड़ माकर रो रही थी। वहां मौजूद परिचित ने बताया कि व्यवसायी विनोद चौधरी सात भाई थे। सूरजन पकड़ी से भी ग्रामीण व अन्य रिश्तेदार शेखपुर स्थित घर पहुंचने लगे थे। पत्नी व अन्य परिजन बेसुध हैं। घर पर चीख-पुकार मची रही।
संवाददाता प्रकाश जोशी
द अचीवर टाइम्स लखनऊ