Related Articles
इस दौरान पीएम मोदी सेना के कमांडरों को सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए दिशा निर्देश देंगे। वहीं पीएम मोदी जवानों के साथ सेना की कार्यप्रणाली और ऑपरेशन से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री कार्यालय ने खुद जवानों को चर्चा में शामिल करने का सुझाव दिया था। वार्ता में हिस्सा लेने वाले जवानों कनिष्ठ कमीशंड अधिकारी और गैर कमीशंड अधिकारी शामिल होंगे।
सूत्रों के मुताबिक जवानों के विचार सेना के दैनिक क्रिया कलापों को समझने और उनमें सुधार लाने के लिए मददगार हो सकते हैं। चीन के साथ पूर्वी लद्दाख की गलवां घाटी में हुए संघर्ष के दौरान भी जवानों के सुझाव से मुश्किलें आसान हुई थीं।
इन्हीं सब के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमांडरों के संयुक्त सम्मेलन के प्रारूप में परिवर्तन किया है। पीएम मोदी ने सैन्य कमांडरों के साथ अपनी पहली बातचीत 2014 में साउथ ब्लॉक में की थी। इस बार यह सम्मेलन गुजरात के केवड़िया कस्बे में सरदार वल्लभभाई पटेल के स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के सामने होगा। सम्मेलन पूरा होने तक सेना के शीर्ष अधिकारी टेंट में रहेंगे।
संवाददाता प्रकाश जोशी
द अचीवर टाइम्स लखनऊ