उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के बावनखेड़ी में 14/15 अप्रैल 2008 में परिवार के सात सदस्यों को प्रेमी सलीम के साथ मिलकर मौत के घाट उतारने वाली शबनम ने रविवार को रामपुर जेल में अपने बेटे से मुलाकात की। रविवार को शबनम का बेटा लालन-पालन करने वालों के साथ अपनी मां से मिलने रामपुर की जेल पहुंचा था। दोपहर लगभग 12.10 बजे वह जेल से अंदर गया और लगभग 1.15 पर बाहर आया। लगभग एक घंटे तक मां-बेटे के बीच मुलाकात हुई।
अपने बेटे को देखकर शबनम ने उसे गले लगा लिया और फूट-फूटकर रोई। उसने अपने बेटे को मन लगाकर पढ़ाई करने की नसीहत दी। लगभग एक घंटे के बाद शबनम का बेटा जेल से बाहर आया तो उसकी आंखों में आंसू थे। वह अपनी के साथ हुई मुलाकात करने के बाद कुछ बताना नहीं चाह रहा था।
आपको बता दें कि रविवार को शबनम जेल में अपने बेटे को गले लगाकर फूट-फूटकर रोई। उसने अपने बेटे से कहा है कि तुम मेरी चिंता मत करना, अच्छे से खाना, मन लगाकर पढ़ना है और बड़े होकर अच्छा इंसान बनना। मेरी किस्मत में जो लिखा होगा वह होगा। तुम मेरी परछाई से दूर रहना। उसने अपने बेटे का लालन-पालन करने वाले भी कहा कि इसको मेरी पहचान से दूर रखो, इसके साथ मेरा नाम ना जुड़े तो ही अच्छा है। मां-बेटे के बीच यह मुलाकात लगभग एक घंटे तक चली।
संवाददाता रिया मिश्रा
द अचीवर टाइम्स लखनऊ