भारतीय रेलवे अभी 30 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से निकलती है ट्रेन। आगरा मंडल के स्टेशनों पर लूप लाइन पर गति बढ़ाने को जल्द शुरू होगा सर्वे। 600 मीटर की लाइन में गति बढ़ेगी तो ट्रेनें अपने गंतव्य स्टेशन की दूरी कम समय में पूरी कर सकेगी।
रेलवे लगातार ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए काम कर रहा है। अब लूप लाइन पर ट्रेनों की गति बढ़ाने की कार्यविधि की जा रही है। इसके तहत लूप लाइन पर अधिकतम गति 50 किमी प्रति घंटा हो जाएगी। हर स्टेशन पर लूप लाइन होती हैं। इनकी लंबाई 500 से 600 मीटर होती है। अभी लूप लाइन से गुजरने वाली ट्रेनों की अधिकतम गति सीमा 30 किमी प्रति घंटा है। एक लंबी दूरी की ट्रेन को न्यूनतम 50 से अधिकतम 200 स्टेशनों से होकर गुजरना पड़ता है। ऐसे में लूप लाइन पर ट्रेनों की रफ्तार कम होने से देरी होती है। अगर, लूप लाइन से गुजरने वाली ट्रेन की एक स्टेशन के 600 मीटर की लाइन में गति बढ़ेगी तो ट्रेनें अपने गंतव्य स्टेशन की दूरी कम समय में पूरी कर सकेगी।
उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल में लूप लाइन पर गति बढ़ाने के लिए जल्द सर्वे शुरू किया जाएगा। इसमें ट्रैक को 50 किमी प्रति घंटा गति सीमा के लिए तैयार किया जाएगा। आगरा मंडल में आगरा कैंट, आगरा फोर्ट, ईदगाह व मथुरा जंक्शन सहित अन्य स्टेशनों की लूप लाइन की गति को जुलाई तक बढ़ाने की तैयारी है। आगरा रेल मंडल के पीआरओ एसके श्रीवास्तव का कहना है कि रेलवे ट्रेनों की गति बढ़ाने को लगातार काम कर रहा है। लूप लाइन पर गति बढ़ाने की भी योजना है। इसलिए बढा़ई जा रही गति वैसे तो प्रत्येक स्टेशन क्षेत्र में मुख्य लाइनें भी होती हैं। जिन पर ट्रेनों की गति न्यूनतम 70 से लेकर लेकर अधिकतम 130 किमी प्रति घंटे तक होती है। कई बार ये लाइनें व्यस्त होती हैं। ऐसी स्थिति में लूप लाइनों से नान स्टापेज ट्रेनों को गुजारना पड़ता है।
संवाददाता रिचा निगम
द अचीवर टाइम्स लखनऊ