ब्रेकिंग स्क्राल
Home / बड़ी ख़बरें / भारत में बहुत तेज़ी से कम हो रहे है कविड-19 के मरीज…

भारत में बहुत तेज़ी से कम हो रहे है कविड-19 के मरीज…

पिछले साल 16 सितंबर को एक दिन के भीतर देश में कोरोना के 97,894 नए मामले सामने आए थे. करीब एक साल से कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे भारत के लिए यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. लेकिन बीती 2 फरवरी को देश में कोरोना के सिर्फ 8635 मामले ही सामने आए. भारत में कोरोना वायरस के नए मामलों में आई जबरदस्त कमी को इसलिए कामयाबी बताया जा सकता है कि कई देशों में महामारी की दूसरी और तीसरी लहर कोहराम मचा रही है.
निश्चित जवाब नहीं दे पा रहे एक्सपर्ट दुनियाभर के एक्सपर्ट्स भारत में कोरोना के नए मामलों की इस तेज घटोतरी के कारण तलाश रहे हैं लेकिन कोई निश्चित जवाब नहीं दे पा रहा है. आश्चर्यजनक रूप से भारत में कोरोना मरीजों के कम होते मामलों के बीच त्योहार, चुनाव और किसान आंदोलन भी हुए. अब देश में कोरोना के कम हुए मामलों के पीछ कई तर्क दिए जा रहे हैं.
सैनेटाइजेशन और मास्क को लोगों ने अपने जीवन में सही तरीके से अपनाया पहला कारण ये बताया जा रहा है कि देश में सैनेटाइजेशन और मास्क को लोगों ने अपने जीवन में सही तरीके से अपनाया. कोरोना काल के दौरान के खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने जब भी सार्वजनिक संबोधन किया या लोगों के बीच गए तो वो मास्क पहने दिखे. सरकार ने मास्क न पहनने पर जुर्माना भी लगाया. जागरूकता फैलाने के लिए मीडिया प्लेटफॉर्म्स का बखूबी इस्तेमाल हुआ. नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च द्वारा राजधानी दिल्ली में किए गए सर्वे में 95 प्रतिशत लोगों ने कहा कि जब भी वो घर से निकलते हैं तब मास्क जरूर पहनते हैं.
दूसरा कारण भारत के मौसम को भी माना गया. कहा जा रहा है कि देश में गर्म और आर्द्र मौसम की वजह से वायरस उतनी रफ्तार से फैल नहीं पाया. एनपीआर की रिपोर्ट में ऐसे कई वैज्ञानिक लेखों का जिक्र किया गया है जिनमें गर्म और आर्द्रता भर मौसम में वायरस के कम फैलने की संभावना का जिक्र किया गया.
अच्छी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग तीसरा कारण अच्छी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को भी बताया जा रहा है. एक सर्वे के मुताबिक पंजाब में 76 प्रतिशत मरीज किसी भी दूसरे व्यक्ति को संक्रमित नहीं कर पाए. इसके अलावा देश के कई राज्यों में कॉटैक्ट ट्रेसिंग की शानदार प्रक्रिया अपनाई गई. साथ ही केंद्र सरकार के ऐप आरोग्य सेतु की वजह से भी लोग आस-पास के संक्रमितों से सावधान हुए.युवा आबादी का भी रहा प्रभाव देश की अपेक्षाकृत युवा आबादी को भी कोरोना के कम प्रभाव का कारण माना जा रहा है. भारत में महज 6 फीसदी आबादी 65 की उम्र से अधिक की है. आधे से ज्यादा आबादी 25 साल से कम उम्र लोगों की है.
पत्रकार अदिति सिंह  
द अचीवर टाइम्स लखनऊ

About The Achiever Times

Check Also

गौ रक्षा महासंघ के राष्ट्रीय सचिव व प्रोजेक्ट डायरेक्टर बने सुनील कुमार

लखनऊ। अखिल भारतीय गौ रक्षा महासंघ ने सुनील कुमार को संगठन का राष्ट्रीय सचिव बनाया …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *