नई दिल्ली| गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा का एक नया वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि लाल किले पर मौजूद प्रदर्शनकारियों के पास किस तरह के हथियार थे।
दिल्ली पुलिस ने ऐसे ही हथियार बंद लोगों की कुछ तस्वीरें भी जारी की है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि उपद्रवी तत्व भीड़ को लगातार उकसा रहे हैं , और पुलिस के हथियार छीनकर उन्हें ही मारने को कहा जा रहा हैं। वीडियो में सुना जा सकता है कि उपद्रवी कह रहे हैं कि ‘चला गोली, गोली चला तू’ जैसे स्वर सुनाई दे रहे हैं। वीडियो मे साफ नजर आ रहा है कि लाल किले पर उपद्रवियों का इस तरह पहुंच जाना महज संयोग नहीं था बल्कि यह एक सोची-समझी साजिश थी।यहां सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी किसी तरह अपनी जान बचाकर भागे थे। उपद्रवियों का जो नया वीडियो सामने आया है उससे साफ होता है, कि उपद्रवियों के सर पर खून सवार था। वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे उपद्रवी एक-एक करके कैसे तिरंगे वाली जगह तक पहुंच गए थे। ये उपद्रवी लगातार पुलिस को ललकार रहे थे।
वीडियो में इकबाल सिंह यह कहते हुए सुना जा सकता है, कि ‘जल्द करो तिरंगा उतार दो जल्द. वाहे गुरु, वाहे गुरु, वाहे गुरु.. मोदी से अपील करते हैं कि यहां से तिरंगा हटाओ और निशान साहिब लगा दो. शर्म कर लो..’ वहीं अन्य वीडियो में उपद्रवी कहता है, ‘हम यहां रेड फोर्ड के बाहर हैं और हम शांतिपूर्ण आग्रह कर रहे हैं कि गेट खोल दो।एक शांतिपूर्ण क्रांति शुरू हो चुकी है। अगर इन्होंने गेट नहीं खोला तो हम इनकी बंदूक छीन लेंगे और उन्हें नुकसान पहुंचा देंगे। हमारे पास भी हथियार हैं. हम उन्हें उनके ही हथियारों से मार देंगे.’
आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा के मामले में अब तक कुल 124 गिरफ्तारियां की हैं, और 44 एफआईआर दर्ज की गई है। दिल्ली पुलिस ने विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के खिलाफ चार मामले भी दर्ज किए हैं।
पुलिस लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराने वाले लोगों की भूमिका की भी जांच करा रहे है। लाल किले की हिंसा के समय कितने लोग सक्रिय थे, यह जानने के लिए पुलिस और डेटा को भी स्कैन कर रही है।
पत्रकार सुष्मिता गौड़
द अचीवर टाइम्स लखनऊ