ब्रेकिंग स्क्राल
Home / टेक दुनिया / व्हाट्सएप की प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर ना हों भ्रमित, ऐसे रहें सुरक्षित

व्हाट्सएप की प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर ना हों भ्रमित, ऐसे रहें सुरक्षित

Raj Kamal Tripathi (Expert IT & digital Media)
राज कमल त्रिपाठी (एक्सपर्ट आई टी एवं डिजिटल मीडिया )

व्हाट्सएप के नए पॉलसी को लेकर लोगो में बड़ा भ्रम फैला हुआ है कि व्हाट्सएप से उनका पर्सनल डेटा लीक हो जाएगा, पॉलसी एक्सेप्ट नहीं किया तो व्हाट्सएप बन्द हो जाएगा वगैरा वगैरा।

यहाँ एक बात स्पष्ट जान लें यदि आप कोई भी प्रोडक्ट फ्री में यूज कर रहे हैं तो आप ही उसके लिए एक प्रोडक्ट हैं। कहीँ न कहीँ वो आपको इस्तेमाल करने वाला है। यह जानकारी आई टी एवं डिजिटल मीडिया एक्पर्ट राज कमल त्रिपाठी ने दी।
राज कमल ने आगे बताया व्हाट्सएप के डेटा शेयरिंग को लेकर जो इतना हो हल्ला मचाया जा रहा है, गूगल जैसी बड़ी कम्पनियां आपकी निजी जीवन से जुड़ी जानकारियाँ पहले से ले रही हैं और उसी के अनुसार आपको एड (विज्ञापन) परोसता है। फ़ेसबुक पर भी यह पहले से था। अब चूँकि व्हाट्सएप भी फेसबुक का एक प्रोडक्ट है तो फेसबुक चाह रहा है कि वह व्हाट्सएप के डेटा का इस्तेमाल भी फेसबुक पर एड दिखाने के लिए करे।
कैसे जानकारियाँ लेते हैं ये एप ?
जब भी आप किसी एप पर साइन अप करते हैं तो अपने मोबाइल नंबर नाम इमेल जैसी जानकारी पोस्ट देते हैं, आगे अपनी प्रोफाइल पूरी करने के लिए आपसे आपकी जन्मतिथि, लोकेशन (पता), फोटो आदि कई जानकारियाँ माँगी जाती हैं, साथ ही आपको उस एप के इस्तेमाल के लिए उनकी पॉलिसी को स्वीकार करना होता है जिसके लिए एक छोटे से टिक मार्क के जरिए आप उस एप को अपने मोबाइल के कैमरे, अपने कांटेक्ट लिस्ट, फ़ोटो गैलरी आदि के एक्सेस की सहमती देते हैं । इसका यह कत्तई मतलब नहीं कि ये एप आफोटो को कहीं और शेयर कर देंगे, या आपके निजी बात चीत को पब्लिक कर देंगे किन्तु आपके स्वभाव एवं आपके एक्टिविटी को दखते हुए वे आपको अन्य कम्पनियों के ग्राहक के तौर पर देख सकते हैं।
ये एप क्यों लेते हैं आपकी जानकारियाँ ?
क्या आपने कभी सोचा है की कैसे जब आप एक मोबाइल की कीमत जानने के लिए गूगल पर सर्च करते हैं और अगले ही पल आपके फेसबुक पर कई मोबाइल कम्पनियों के विज्ञापन दिखने लगते हैं । यह एक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी तकनिकी है जो आपके एक्टिविटी को ट्रैक करती है और उसी अनुसार आपके पसंद की चीजें आपको परोसी जाती हैं । यहाँ पर आपके लोकेशन आपके उम्र आदि का भी इस्तेमाल विज्ञापन दिखाने के लिए किया जा सकता है। अब दूसरे पहलु को देखें तो विज्ञापन देने वाली कम्पनियाँ ऐसे विज्ञापन के लिए इन एप को पैसा देती हैं जिससे इनका बिजनेस चलता हैं ।
क्या सफाई दे रहा है व्हाट्स एप ?
व्हाट्सएप का कहना है कि हम आपको साफ़ तौर पर यह बताना चाहते हैं कि हाल ही में हमारी शर्तों और प्राइवेसी पॉलिसी में जो अपडेट किए गए हैं उनसे आपके प्राइवेट मैसेजेस की सुरक्षा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। ये बदलाव बिज़नेस के साथ की जाने वाली चैट्स से जुड़े हैं और पूरी तरह ऑप्शनल हैं। इस अपडेट में यह भी साफ़ तौर पर बताया गया है कि हम डेटा को कैसे इकट्ठा और इस्तेमाल करते हैं।
आपके निजी मैसेजेस और कॉल्स की प्राइवेसी और सुरक्षा में कोई बदलाव नहीं होगा। आपके निजी मैसेजेस और कॉल्स एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं और WhatsApp और Facebook उन्हें पढ़ या सुन नहीं सकते । इस सुरक्षा को हम ऐसे ही बनाए रखेंगे। हम आपकी प्राइवेसी को बहुत महत्त्व देते हैं, इसलिए आपको हर चैट पर एन्क्रिप्शन का लेबल दिखता है।

व्हाट्सएप पर क्या बदल रहा है ?

व्हाट्सएप ने अपने एक लेख में स्पष्ट किया है  हम उन बिज़नेस के साथ चैट करना आसान बना रहे हैं जो Facebook के बिज़नेस प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। कुछ बिज़नेसेज़ को कस्टमर्स के साथ बातचीत करने के लिए सुरक्षित होस्टिंग सर्विसेज़ की ज़रूरत होती है। लोगों को अक्सर Facebook या Instagram पर बिज़नेसेज़ के ऐसे विज्ञापन दिखाई देते हैं जिनमें मौजूद बटन पर क्लिक करते ही आप बिज़नेस को WhatsApp पर मैसेज भेज सकते हैं। Facebook पर दिखने वाले अन्य विज्ञापनों की तरह ही, अगर आप इन विज्ञापनों पर क्लिक करते हैं, तो इस डेटा का इस्तेमाल आपको Facebook पर पर्सनलाइज़ विज्ञापन दिखाने के लिए किया जा सकता है। ऐसे बिज़नेस जिनकी Facebook या Instagram पर शॉप्स हैं उनकी WhatsApp Business प्रोफ़ाइल पर भी ये शॉप्स दिख सकती हैं। इससे आप Facebook या Instagram पर बिज़नेस के प्रोडक्ट्स देख सकते हैं और उन्हें सीधे WhatsApp से खरीद सकते हैं। अगर आप शॉप्स पर जाते हैं, तो हम आपको WhatsApp पर बता देंगें कि आपका डेटा Facebook के साथ कैसे शेयर किया जा रहा है।

कैसे बचाएं अपनी निजी जानकारी ?
यदि आप दोनों प्लेटफार्म पर हैं तो आपकी निजी जानकारी तो पहले भी शेयर हो रही थी अब यह हो-हल्ला क्यों? फिलहाल व्हाट्सएप ने अपने पॉलसी को समझाने के लिए थोड़ा और समय बढ़ा दिया है, आपको व्हाट्सएप पर रहना है तो पॉलसी को एक्सेप्ट करें अन्यथा दूसरे एप उपलब्ध हैं लेकिन उनकी भी कोई गारण्टी नहीं कि वे इस तरह की कोई नई पॉलसी नहीं लायेंगे, बदलना उनके अधिकार क्षेत्र में है।
यदि आप चाहते हैं कि आपको किसी का कोई विज्ञापन ना दिखे तो अलग अलग एप पर अलग अलग तरीके से सेटिंग मौजूद है जहाँ से आप उनका विज्ञापन देखने से मना कर सकते हैं। अपनी निजी जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी सतर्कता बरतें। सभी जानकारी सार्वजानिक प्लेटफार्म पर शेयर न करें। सुरक्षित एवं स्ट्रांग पासवर्ड का इस्तेमाल करें ।
लेख साभार: राज कमल त्रिपाठी (एक्सपर्ट आई टी एंड डिजिटल मीडिया)

About admin

Check Also

सोलर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिये रूफटॉप प्रोजेक्ट फाइनैंसिंग प्रोग्राम की शुरूआत

लखनऊ। घरों और व्यवसायिक क्षेत्रों में सोलर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिये सर्वोकॉन सिस्टम्स …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *