बलिया जिले के सीयर ब्लाक के ग्रामसभा पतनारी के कानूनगो अखिलानंद तिवारी एवं चकबन्दी लेखपाल संजय मल्ल आदर्श नगर बेल्थरा रोड़ के एक होटल में बैठकर चक काट रहे थे तभी ग्रामीण ढूढ़ते हुए पहुँचे | जिसके बाद ग्रामीणों ने जम कर खबर ली | सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि इसमें ग्रामप्रधान प्रतिनिधी अरविन्द सिंह का भी हाथ है |
ग्रामीणों के घेराव से तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। वहां से अधिकारी बिना कोई जवाब दिए किसी तरह निकल लिए। ग्रामीणों ने चकबंदी अधिकारियों पर तत्कालीन प्रधान को राजनीतिक लाभ पहुंचाने की कोशिश करने और ग्रामीणों के बिना जानकारी के बंद कमरे में मनमाने तरीके से चक आउट निकालने का आरोप लगाया। इससे पूरे दिन गांव में राजनीतिक तनाव की स्थिति बनी रही और अधिकारियों के खिलाफ लोगों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त हो गया।
एक ग्रामीण ने बताया कि चकबंदी कानूनगो अखिलानंद तिवारी और चकबंदी लेखपाल संजय पाल पिछले चार दिन से ग्रामीणों से कन्नी काटते रहे, जबकि वे चकबंदी गांव के चकआउट निकालने का कार्य बिना किसी ग्रामीणों की जानकारी के तत्कालीन प्रधान के दबाव में करते रहे। मोबाइल पर भी चकबंदी अधिकारियों ने लगातार स्वयं के बाहर होने की सूचना दी लेकिन सोमवार को बिल्थरारोड के एक प्राइवेट कमरे में होने की सूचना पर सभी ग्रामीण वहां पहुंच गए, जहां बंद कमरे में चकबंदी कानूनगो और चकबंदी लेखपाल चकबंदी का कार्य निबटाते मिल गए। इस दौरान ग्रामीणों संग जमकर नोकझोक हुई।
संवाददाता, अतुल शुक्ला द अचीवर टाइम्स