फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म कोरोना महामारी के दौरान गलत सूचनाओं के फैलने से परेशान हैं। इससे निपटने में मदद करने के लिए फेसबुक का नया प्रयास यूजर्स को कोविड 19 से संबंधित कोई भी लेख साझा करने से पहले एक पॉप-अप चेतावनी देता है। ये नई नोटिफिकेशन स्क्रीन ग्लोबली फेसबुक यूजर्स के लिए है। न्यू नोटिफिकेशन स्क्रीन यूजर को कंटेंट शेयर करने से पहले उसकी पुनावर्ति और स्रोत को समझाने में मदद करेगी।
यह पॉप-अप नोटिफिकेशन सरकारी स्वास्थ्य अधिकारियों और विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसे वैश्विक स्वास्थ्य संगठनों को छोड़कर सभी कोविड -19 सामग्री के लिए दिखाई देगा। कोविड -19 के बारे में किसी भी अन्य लेख के लिए यूजर्स को एक पॉप-अप स्क्रीन मिलेगी जो पोस्ट के बारे में मुख्य विवरण पर प्रकाश डालेगी। टॉप बॉक्स स्पष्ट रूप से बताएगा कि यह लेख कोविड -19 के बारे में बात करता है और फेसबुक के कोविड -19 सूचना केंद्र का लिंक दिखाएगा। नोटिफिकेश स्क्रीन पोस्ट का मूल स्रोत भी दिखाएगी और ये भी बताएगी कि इसे पहली बार कब शेयर किया गया था।
ये यूजर्स पर भी निर्भर करता है कि नोटिफिकेशन स्क्रीन के बावजूद भी वो पोस्ट को शेयर करते हैं या नहीं। फेसबुक किसी को शेयर करने से नहीं रोक रहा है लेकिन सही संदर्भ मिलने से गलत सूचना को फैलाने से रोकने में मदद मिलती है। फेसबुक ने ये सुविधा जून में शुरू की थी जिसके तहत अगर यूजर कोविड 19 से जुड़ा कोई 90 दिन पुराना आर्टिकल साझा करता था तो फेसबुक उसे अलर्ट कर देता था। पॉप-अप स्क्रीन पर लिखा आता था “यह लेख 3 महीने से अधिक पुराना है आप इसे शेयर करना चाहते हैं या नहीं”|
फेसबुक लगातार कोविड 19 से जुड़ी गलत जानकारी को लेकर संघर्ष कर रहा है। इससे पहले भी 5जी और कोरोनावायरस को लेकर फेसबुक पर कई वीडियोज़ साझा की गई जिन्हें लाखों लोगों ने देखा और वो ज़रूरत से ज़्यादा समय तक फेसबुक पर रहे।