चीन और पाकिस्तान की चुनौतियों को देखते हुए केंद्र सरकार सशस्त्र सेनाओं को मजबूत करने में जुटी है। इसी कड़ी में रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को सरकार संचालित भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड से 1512 माइन प्लाउ उपकरणों की खरीद का करार किया। 557 करोड़ रुपये की लागत से खरीदे जा रहे इन माइन प्लाउ को टी-90 टैंकों पर फिट किया जाएगा। इससे टैंक के ऊपर ही रहकर शत्रुओं की माइंस को खोदकर निकाला जा सकेगा।
मंत्रालय के अनुसार, करार के तहत 50 फीसदी स्वदेशी सामग्री के साथ खरीदे और बनाएं जाएंगे। सारे माइन प्लाउ 2027 तक मिल जाएंगे और इनके आने की शुरुआत एक-दो साल में हो सकती है। कई बार सीमा पर लड़ाई के दौरान दुश्मन सेनाएं जमीन में माइंस बिछा देती हैं। ऐसे में कोई जवान अगर जानकारी के अभाव में उसके ऊपर पैर रखता है तो विस्फोट में हताहत हो जाता है।
माइन प्लाउ ऐसा उपकरण है जिससे जमीन खोदी जा सकती है और सावधानी से माइंस को निकाल सकता है। ऐसे में अगर माइन प्लाउ को टैंक पर लगा दिया जाएगा तो युद्ध के दौरान टैंक जमीन के अंदर छिपाई गई मांइस को आसानी से बाहर निकालकर आगे दुश्मन की तरफ बढ़ता जाएगा और जवानों को होने वाले किसी तरह के नुकसान से भी बचाया जा सकेगा।