बनारस में नेपाली युवक के मुंडन कराने के मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि नेपाली युवक ने एक हजार रुपए के लालच में अपना मुंडन कराया था। उसने पैसे की लालच में ही अपने सिर पर जय श्रीराम लिखवाया था। उधर, पुलिस ने इस घटना में शामिल नाई सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। युवक नेपाली मूल का है। उसके पिता का जन्म नेपाल में हुआ था। वहीं उसका जन्म भारत में ही हुआ है। पुलिस को नेपाली युवक के बारे में यह भी पता चला है कि मानसिक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
जिस व्यक्ति का बाल मुड़वाने का वीडियो बनाया गया है, वह भेलूपुर थानांतर्गत जल संस्थान में सरकारी क्वार्टर में रहता है। उनके माता-पिता दोनों जलकल में नौकरी करते थे। मां की मृत्यु के पश्चात उनके स्थान पर उसके भाई को नौकरी मिल गई। युवक अपने भाई के साथ जल संस्थान में सरकारी क्वार्टर में ही रहता है। इनके पूर्वज नेपाल में रहते थे। इस संबंध में उसको कोई जानकारी नहीं है।
गुरुवार को अरुण पाठक का परिचित राजेश राजभर महगू तथा जय गणेश नाई उससे घर पर जाकर मिले और कहा कि एक कार्यक्रम में घाट पर चलकर बाल बनवाना है। इसके लिए उसे एक हजार रुपए मिलेंगे। इसी लालच में नेपाली युवक उनके साथ चला गया।
पुलिस की जांच में सामने आया कि नेपाली युवक को मुंडन करने और सिर पर जय श्रीराम लिखने की जानकारी थी। नाई गणेश ने घाट पर उसका बाल बनाया। नाई को इसके लिए 300 रुपए दिए गए। सिर मुंडवाने वाला युवक अरुण पाठक, राजेश राजभर महगू तथा जय गणेश को पहले से जानता है। बाल बनाने के बाद नेपाली युवक को एक हजार रुपए भी दिए गए। इस पूरे मामले में बड़ा सवाल यह है कि अगर युवक को इसकी जानकारी थी तो क्या पुलिस उसके खिलाफ भी इस षडयंत्र में शामिल होने का मुकदमा दर्ज करेगी?
हालांकि इस मामले में एसएसपी वाराणसी अमित पाठक का कहना है कि युवक को आरोपितों ने क्या कहा था, वीडियो बनाने को लेकर इनके बीच क्या बातें हुई थीं, यह स्पष्ट होने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने इस मामले में शनिवार को राजेश राजभर महगू पुत्र होरी निवासी बी 2/205 भदैनी भेलूपुर और जय गणेश शर्मा पुत्र स्व. कन्हैया लाल निवासी सरायनंदन सुकुलपुरा थाना भेलूपुर को गिरफ्तार किया। चार आरोपितों को शुक्रवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था। मुख्य आरोपित अरुण पाठक की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
भारतीय है युवक : एसपी सिटी
एसपी सिटी विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि पीडित युवक नेपाली मूल का है। उसके पिता के बाद उसके परिवार में कोई नेपाल नहीं गया है। युवक का जन्म भारत में ही हुआ है। जन्म के बाद से वह भारत में ही रह गया। युवक के पास भारत का आधार कार्ड, पैन कार्ड सहित अन्य दस्तावेज हैं। युवक अपने पूरे जीवन में सिर्फ तीन बार नेपाल गया है।
सिर मुंड़ाने की जानकारी नेपाली युवक को थी। उसे एक हजार रुपए का प्रलोभन दिया गया था। यह पूरा मामला दो देशों के बीच शत्रुता फैलाने का है। अब तक छह लोग इस मामले में गिरफ्तार किए गए हैं। मुख्य आरोपित की तलाश की जा रही है। – अमित पाठक, एसएसपी, वाराणसी