31 साल के भारतीय गेंदबाज पीयूष चावला को अपनी गुगली के लिए जाना जाता है, लेकिन इस लेग स्पिनर को एक बार अजीब स्थिति का सामना करना पड़ा था। एक चयनकर्ता ने उनसे कहा था कि उन्हें इसलिए टीम में नहीं चुना जा रहा है, क्योंकि वह गुगली पर अधिक विकेट लेते हैं। आकाश चोपड़ा के ‘आकाशवाणी’ यूट्यूब चैनल पर पीयूष चावला ने चयनकर्ता के चौंकाने वाली बात का खुलासा किया।
हाल ही में पीयूष चावला को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नई सुपर किंग्स टीम में शामिल किया गया है। चावला ने इस वाकये को याद करते हुए कहा, ”मुझे याद है एक चयनकर्ता ने बातचीत में मुझसे कहा था कि मैं अधिकांश विकेट गुगली से लेता हूं, इसलिए मेरा चयन नहीं होगा।”
लेग स्पिनर ने कहा, ”मैं उन लोगों में से हूं, जो बात अपने दिल में नहीं रखते। मैंने उन्हें तुरंत जवाब दिया कि यदि सचिन पाजी 100 में से 60 रन स्ट्रेट ड्राइव से बनाते हैं तो क्या इसकी वैल्यू कम हो जाती है। मेरे ख्याल से उन्हें यह जवाब पसंद आया, क्योंकि अंत में विकेट विकेट होती है।” पीयूष चावला ने इस दौरान चेन्नई सुपर किंग्स टीम और उसके ड्रेसिंग रूम की भी तारीफ की।
पीयूष चावला आईपीएल के 13वें संस्करण में चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेलने वाले थे। वह ट्रेनिंग कैंप में भी महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना के साथ थे, लेकिन कोरोना वायरस के चलते यह टूर्नामेंट अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया है।
बता दें कि आईपीएल 2020 की नीलामी में भारतीय खिलाड़ियों में सबसे ऊंची बोली पाने वाले लेग स्पिनर पीयूष चावला ने कहा था चेन्नई सुपर किंग्स से बेहतर कोई टीम और महेन्द्र सिंह धोनी से बेहतर कोई कप्तान नहीं हो सकता। चेन्नई सुपर किंग्स ने चावला के लिए 6.75 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। चावला लंबे समय के कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम में थे, लेकिन फ्रेंचाइजी ने उन्हें रिलीज कर दिया था।
पीयूष चावला 2007 में टी20 विश्व कप और 2011 में एकदिवसीय विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे। उन्होंने भारत के लिए तीन टेस्ट, 25 वनडे और सात टी20 खेले है। उन्होंने दिसंबर 2012 में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था।