उत्तर प्रदेश के कानपुर में गंगा फिर प्रदूषित होने लगी हैं। लॉकडाउन खुलने के साथ गंगा के जल में न सिर्फ डीओ (घुलित ऑक्सीजन) की मात्रा कम हो रही है बल्कि बीओडी (बॉयोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड) की मात्रा तेजी से बढ़ रही हैं। वहींए पानी में मिले जीवाणु की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। हालांकि शहर के बिठूर, भैरोघाट, शुक्लागंज व गोलाघाट में अभी पानी की स्थिति पिछले माह की अपेक्षा दूषित हो रहा है,लेकिन बहुत अधिक खराब स्थिति नहीं है।
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से गंगा के प्रदूषण को मापने के लिए हर माह रिपोर्ट तैयार की जाती है। कुछ दिन पहले जारी हुई मई माह की रिपोर्ट ने चिंता बढ़ा दी है। लॉकडाउन के दौरान गंगा के पानी स्वच्छ हो रहा था और पानी में जीवाणुओं की संख्या भी कम हो रही थी। रिपोर्ट के अनुसार मार्च के बाद अप्रैल माह की रिपोर्ट में गंगा के डीओ का स्तर बढ़ा था तो बीओडी घट रहा था। वहीं, जीवाणुओं की संख्या में भी कमी आई थी। मगर मई माह में गंगा फिर दूषित होना शुरू हो गई है। जिला प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी एसपी फ्रेंकलिन ने बताया कि गंगा के प्रदूषण का आकलन हर माह किया जाता है। जिससे उसे प्रदूषण मुक्त करने के प्रयास किए जा सकें।
फिर बढ़ने लगी जीवाणुओं की संख्या
घाट | जनवरी | फरवरी | मार्च | अप्रैल | मई |
बिठूर | 3300 | 4000 | 4300 | 3800 | 4100 |
भैरोघाट | 4000 | 4100 | 4900 | 3900 | 4300 |
शुक्लागंज | 5600 | 5800 | 4700 | 4300 | 7000 |
गोलाघाट | 15000 | 7000 | 5400 | 2600 | 3900 |
घट रही डीओ और बढ़ रहा बीओडी
डीओ (महीना) | बिठूर | भैरोघाट | शुक्लागंज | गोलाघाट |
मार्च | 8.7 | 8.8 | 8.7 | 8.3 |
अप्रैल | 8.2 | 7.6 | 8.0 | 7.3 |
मई | 7.4 | 7.0 | 7.7 | 7.1 |
बीओडी | बिठूर | भैरोघाट | शुक्लागंज | गोलाघाट |
मार्च | 3.2 | 3.4 | 3.3 | 4.2 |
अप्रैल | 2.4 | 2.6 | 2.7 | 2.6 |
मई | 2.6 | 2.7 | 2.6 | 2.9 |