राजधानी में कोरोना के साथ बुखार का भी प्रकोप बढ़ रहा है। रोजाना करीब 300 मरीज सरकारी अस्पताल पहुंच रहे हैं। इनमें से आठ से 10 को भर्ती किया जा रहा है। हर सरकारी अस्पताल की फीवर क्लीनिक में रोजाना पहुंच रहे औसतन 70 से 80 मरीजों की कोरोना संग टाइफाइड व मलेरिया की जांच कराई जा रही है। इनमें से मलेरिया व टाइफाइड के भी मरीज सामने आ रहे हैं।
बलरामपुर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी का कहना है कि फीवर क्लीनिक में रोज 80 से 100 मरीज आ रहे हैं। इसमें दस प्रतिशत टाइफाइड व मलेरिया के हैं। वहीं, चार से पांच मरीज आइसोलेशन में भर्ती किए जा रहे हैं।
सिविल अस्पताल की फीवर क्लीनिक में रोजाना 70-80 मरीज आ रहे हैं। बीआरडी महानगर की फीवर क्लीनिक में यह आंकड़ा 20 से 30 है। अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि फीवर क्लीनिक में सामान्य बुखार वाले मरीज आ रहे हैं।
उधर, रानी लक्ष्मी बाई अस्पताल के सीएमएस डॉ. अनिल कुमार आर्या ने बताया कि फीवर क्लीनिक में 50 से 70 बुखार की शिकायत लेकर मरीज पहुंच रहे हैं। इनकी टाइफाइड व मलेरिया की जांच कराई जा रही है।
कोरोना की वजह से अधिक नहीं पहुंच रहे मरीज
कोरोना के खौफ से संवेदनशील इलाकों खदरा, फैजुल्लागंज, डालीगंज मनकामेश्वर मंदिर समेत अन्य जगहों से बुखार के मरीज सीधे सरकारी अस्पताल नहीं जा रहे हैं। ये नजदीकी क्लीनिक व निजी अस्पताल से दवा ले रहे हैं।