लखनऊ: जहाँ कोरोना की रोकथाम को लेकर हर तरफ जागरूकता फैलाई जा रही है वहीँ निजी अस्पताल बिना किसी परवाह के मरीजों का इलाज़ कर रहे हैं। ताजा मामला सेक्टर 9, विकास नगर स्थित रिदा हॉस्पिटल का है जहाँ कोरोना संदिग्ध मरीज का रिपोर्ट आने से पहले ही ऑपरेशन कर दिया गया।
बताते चलें की महिला मरीज अंजू सोनकर की पित्त की थैली का ऑपरेशन होना था, किन्तु उनमे कोरोना के भी कुछ लक्षण थे जिसके चलते उनकी जाँच के लिए सेम्पल भेजा गया था। बीते बुधवार 18 जून को बिना रिपोर्ट की परवाह किए रिदा हॉस्पिटल के डॉक्टरों द्वारा हरदोई निवासी अंजू की रिपोर्ट आने से पहले ऑपरेशन कर दिया। ऑपरेशन के पश्चात मरीज की रिपोर्ट आयी जिसमे उसे कोरोना पॉजिटिव बताया गया।
मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से अस्पताल के कर्मचारियों सहित डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, ओटी टेकनीशियन एवं अन्य मरीजों में भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। जिसको लेकर अस्पातल में काफी तानव है। ऐसे प्रकरण से निजी अस्पतालों की लापरवाही का अंदाजा लगाया जा सकता है।
द अचीवर टाइम्स को प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी तक इस मामले पर शासन प्रशासन द्वारा कोई भी कारवाही नहीं की गई है। अस्पताल प्रशासन अपनी कमी छिपाने के लिए इसे इमरजेंसी बता रहा है, रिदा हॉस्पिटल ने CMO या कहीं अन्य सम्बन्धित विभाग को भी इस घटना की जानकारी दी है या नहीं इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है।
अब इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि जब राजधानी में सरकार की नाक के नीचे लापरवाही का ऐसा खेल चल रहा है तो अन्य क्षेत्रों के अस्पतालों का क्या हाल होगा। आगे देखना यह है कि रिदा हॉस्पिटल के इस प्रकरण पर स्वास्थ्य बिभाग कब जागता है।