रामजन्मभूमि परिसर में राममंदिर निर्माण के लिए तीन एकड़ जमीन का समतलीकरण कार्य पूरा होने के साथ ही अब राममंदिर निर्माण की तैयारी भी तेज हो गयी है। प्रथम चरण में मंदिर का फांउडेशन तैयार किया जाना है। इसके लिए एलएंडटी कंपनी ने रामजन्मभूमि परिसर में डेरा डाल रखा है।
अब शीघ्र ही रामजन्मभूमि कार्यशाला में रखे तराश गए पत्थरों को रामजन्मभूमि परिसर पहुंचाया जाएगा। परिसर में पहुंचाने से पहले इन पत्थरों को पुन: चमकाने के लिए विशेष कैमिकल से इनकी सफाई की जाएगी। सफाई का काम जर्मन कंपनी करेगी। जर्मन कंपनी एकेमी के छह सदस्यों की टीम कार्यशाला में पत्थरों की सफाई के लिए टेस्टिंग भी कर चुकी है, अब अब ट्रस्ट की ओर से हरी झंडी मिलने का इंतजार है।
बतातें चलें कि रामजन्मभूमि की कार्यशाला में राममंदिर की एक मंजिल के लिए तराशे गए पत्थरों को रखा गया है। यह पत्थर कार्यशाला में करीब 28 वर्षों से खुले आसमान में रखे हैं जिसकी वजह से इनकी चमक धूमिल हो गयी है, अधिकांश पत्थरों पर काई जम गयी है। ऐसे में इन्हें राममंदिर निर्माण के लिए प्रयोग किए जाने से पहले पुन: चमकाने की आवश्यकता है।
कार्यशाला प्रभारी अन्नू सोनपुरा के मुताबिक मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होने जा रहा है। इसके लिए पत्थरों को रामजन्मभूमि परिसर पहुंचाया जाएगा,लेकिन उसके पहले पत्थरों की साफ-सफाई की जानी है। जिसके लिए छ: एक्सपर्ट अयोध्या पहुंचे हैं।
पत्थरों की सफाई के लिए ट्रस्ट से हरी झंडी का इंतजार
रामजन्मभूमि कार्यशाला में पत्थरों कर साफ-सफाई कार्य का प्रारंभ करने से पहले जर्मन कंपनी को ट्रस्ट से हरी झंडी मिलने का इंतजार है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय व डॉ.अनिल मिश्र अभी दिल्ली में पीएम के अयोध्या कार्यक्रम को लेकर डटे हुए हैं। माना जा रहा है कि वे शुक्रवार की शाम तक अयोध्या पहुंच जाएंगे।