कौशल विकास विभाग प्रदेश में वापस आए 7 लाख प्रवासी श्रमिकों का डेटा स्किल मैपिंग के बाद कौशल विकास विभाग के पास पहुंच गया है। कौशल विकास विभाग इन्हें प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार के काबिल बनाएगा। यह दावा सोमवार को केंद्रीय कौशल विकास मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय व प्रदेश के कौशल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के यूपी चैप्टर की ओर से आयोजित वेबिनार में यह जानकारी दी।
पांडेय ने प्रमुख उद्योगपतियों व कारोबारियों से सरकार के साथ सहयोग करने व तालमेल बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार बड़े पैमाने पर प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग कर रही है। कोरोना संकट से निपटने के लिए योगी सरकार कठिन परिश्रम कर रही है। जो भी क्षेत्र अर्थव्यवस्था को सुधारने में योगदान दे सकते हैं, मोदी सरकार उनकी कठिनाइयों को दूर करने और उनके सहयोग को तत्पर है।
कपिलदेव अग्रवाल ने कहा कि स्किल का विकास करके गांवों में स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा सकता है। हम ऐसे लोगों को चिह्नित कर रहे हैं। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल से नल के कारण पूरे देश में प्लंबर, मैकेनिक जैसी विधाओं के लिए स्वरोजगार के व्यापक अवसर उपलब्ध होंगे। हम श्रमिकों को प्लंबर मकैनिक व दर्जी जैसी विधाओं का प्रशिक्षण देंगे। सरकार की योजनाओं के माध्यम से ऋण दिलाकर श्रमिकों के साथ ही पटरी दुकानदार, ठेले, रेहड़ी, खोमचे वालों के लिए भी स्वरोजगार के अवसर पैदा करेंगे। कौशल विकास प्रशिक्षण के माध्यम से स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने की योजना बनाई गई है।
नीतियों के क्रियान्वयन में तेजी लाएं
पीएचडी चैंबर के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट व पैरामाउंट केबल समूह के चेयरमैन संजय अग्रवाल ने कहा मोदी व योगी सरकार की नीयत नेक है, लेकिन नीतियों के क्रियान्वयन में तेजी लाए जाने की जरूरत है। चैंबर के यूपी चैप्टर के चेयरमैन मनोज गौड़ ने कहा कंस्ट्रक्शन क्षेत्र को सहारा देकर सरकार बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा कर सकती है। को-चेयरमैन मनीष खेमका ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग के बाद यदि उद्यमियों व कारोबारियों से तालमेल बढ़ाकर नौकरियों के अवसरों को नहीं तलाशा गया तो प्रदेश सरकार का परिश्रम व्यर्थ हो जाएगा।