कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए लागू लॉकडाउन में 31 मई के बाद सख्ती जारी रखी जाए या नहीं, इसका फैसला केंद्र सरकार की तरफ से राज्यों पर छोड़ने के आसार हैं। एक जून से लॉकडाउन के पांचवें चरण को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने आपस में महामंथन किया। दोनों शीर्ष नेताओं ने लॉकडाउन हटाने के फायदे और नुकसान की समीक्षा की। माना जा रहा है कि अगले दो दिन में केंद्र लॉकडाउन-5 को लेकर स्थिति स्पष्ट कर देगा।
दरअसल केंद्र सरकार 31 मई को खत्म हो रहे लॉकडाउन के चौथे चरण के बाद कोरोना से बहुत अधिक प्रभावित 13 शहरों और रेड जोन को छोड़ कर अन्य इलाकों में हर तरह की गतिविधियां शुरू करना चाहती है। सरकार की रणनीति इन 13 शहरों में कोरोना के चेन को तोडऩे के लिए बड़ी रणनीति बनाने की है।
इसके अलावा अन्य इलाकों में धार्मिक गतिविधि, यातायात और व्यापार से संबंधी छूट देने की है। राज्यों के साथ बैठक में गृह मंत्री और कैबिनेट सचिव ने इस स्थिति पर भी सभी राज्यों की राय ली। ऐसे में माना जा रहा है लॉकडाउन का पांचवां चरण मुख्य रूप से इन्हीं 13 शहरों तक सीमित रह सकता है।
इन 11 शहरों में रहेगी कोरोना की सख्ती जारी
बैठक में कोरोना से देश में सबसे ज्यादा प्रभावित 30 में से 11 शहरों में खासतौर पर इस वायरस से निपटने की तैयारियों पर ज्यादा ध्यान दिया गया। संबंधित शहरों से जुड़े राज्य के मुख्य सचिवों, मुख्यमंत्रियों, डीएम और नगरा आयुक्तों के सुझाव की भी समीक्षा की गई। इन शहरों में मुंबई, चेन्नई, दिल्ली, अहमदाबाद, ठाणे, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता, हावड़ा, इंदौर, जयपुर, जोधपुर, चेंगलपट्टू और तिरुवेल्लर शामिल है।
ऐसा हो सकता है लॉकडाउन-5.0
13 बेहद प्रभावित शहरों व रेडजोन को छोड़कर बाकी सब जगह छूट
इन जगहों पर सभी तरह की गतिविधियां की जाएंगी चालू
अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट व मॉल्स या सिनेमा हॉल के करीबी राजनीतिक जमावड़े पर रहेगी रोक
सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना व सोशल डिस्टेंसिंग बनाना रहेगा अनिवार्य
स्कूल खोलने या मेट्रो ट्रेन दोबारा चालू करने पर राज्यों को दी जाएगी छूट
लोगों को धर्मस्थलों पर जाने की भी छूट दिए जाने की है संभावना