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गर्मी और तपिश ने तोड़ा 18 साल का रिकॉर्ड

दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में गर्मी और लू कहर ढा रही है। दिल्ली की तपिश ने मंगलवार को 18 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वहीं, 22 साल में दूसरी बार दिल्ली का पारा 46 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो कि सामान्य से 6 डिग्री ज्यादा था। इससे पहले 19 मई 2002 में सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस और 29 मई 1998 को 46.5 दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि सामान्य से एक डिग्री ज्यादा रहा।

मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को पूरी दिल्ली लू की चपेट में रही। पालम 47.6 डिग्री सेल्सियस के साथ लगातार दूसरे दिन सबसे गर्म रहा। दिल्ली में मंगलवार न केवल इस सीजन में अब तक का सबसे गरम दिन रहा, बल्कि वर्ष 2002 के बाद पहली बार तापमान 46.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

28 मई के बाद आएगी पारे में गिरावट
दिल्ली-एनसीआर में अभी उत्तर पश्चिमी हवाएं चल रही हैं। मंगलवार को हवा की चाल धीमी रही। इससे पूरी दिल्ली के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 28 मई से तापमान में गिरावट आएगी क्यों कि हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम से बदलकर पुरवा हो जाएगी। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ का भी असर दिल्ली में रहेगा।

पालम में गर्मी ने नौ साल का रिकॉर्ड तोड़
दिल्ली में मंगलवार को पालम सबसे गरम रहा। यहां अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। मई 2010 के बाद यह दूसरी बार है, जब तापमान 47 से ऊपर दर्ज किया गया है। मौसम विभाग का कहना है कि पालम में अब तक का सर्वाधिक तापमान मई 1998 में 48.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।

कहां कितना तापमान
स्टेशन अधिकतम तापमान(डिसे.)
सफरदजंग 46.0
पालम 47.6
लोदी रोड 45.4
आया नगर 46.8

दिल्ली में पिछले 22 साल में सर्वाधिक तापमान (डिसे.)
29 मई 1998 46.5
19 मई 2002 46.0
26 मई 2020 46.0
अब तक सबसे ज्यादा तापमान
29 मई 1944 47.2 डिग्री सेल्सियस

चूरू देश का सबसे गर्म स्थान
मंगलवार को सबसे ज्यादा गर्म इलाका राजस्थान का चूरू रहा। शहर का तापमान 50 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। दस साल में मई में दूसरा सबसे ज्यादा गर्म दिन रहा। इससे पहले 2016 में यहां का तापमान 50.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था।

पहाड़ों में भी गर्मी ने छुड़ाए पसीने, आज और खराब हो सकता है मौसम
हिमाचल में पड़ रही भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलने के आसार हैं। प्रदेश में बुधवार से मौसम खराब होने का पूर्वानुमान जताया गया है। 28 से 30 मई तक प्रदेश के मैदानी और मध्य पर्वतीय जिलों में बारिश और अंधड़ का येलो अलर्ट भी जारी हुआ है। प्रदेश में एक जून तक बादल बरसने की संभावना है। पिछले दो तीन दिनों से गर्मी ने प्रदेश भर में लोगों के पसीने छुड़ा दिए हैं।

मंगलवार को प्रदेश भर में मौसम साफ रहा। मैदानी जिलों में गर्म हवाओं ने लोगों की परेशानी बढ़ाई हुई है। लोगों का दिन के समय घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। राजधानी शिमला में दोपहर बाद हल्के बादल छाने से गर्मी से हल्की राहत मिली।

मंगलवार को ऊना में अधिकतम तापमान 43.2, बिलासपुर में 39.5, हमीरपुर में 39.2, सुंदरनगर में 39.3, कांगड़ा में 38.9, नाहन में 36.6, भुंतर में 36.0, चंबा में 37.0, सोलन में 35.4, धर्मशाला में 32.2, शिमला में 28.4, डलहौजी में 23.8, कल्पा में 23.4, केलांग में 18.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।
पंजाब में फरीदकोट सबसे गर्म, हरियाणा में हिसार सबसे गर्म
पंजाब में गर्मी का कहर जारी है। बढ़ते तापमान के कारण दिन के समय आसमान से आग बरस रही है। मंगलवार को गर्मी ने इस साल के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। सूबे में फरीदकोट 45.6 डिग्री से. के साथ सबसे ज्यादा गर्म रहा। जबकि हिसार 48 डिग्री तापमान के साथ इस रीजन में सबसे गर्म स्थान रहा।

मौसम विभाग की मानें तो अभी आने वाले कुछ दिन कोई राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है। 29 मई के बाद ही झुलसती गर्मी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। मंगलवार को पंजाब में पटियाला का तापामान 44.7, लुधियाना 44.1, अमृतसर 43.7 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार दोपहर 12 बजे से लेकर शाम चार बजे तक लू का कहर सबसे ज्यादा रहता है।

उधर, हरियाणा और चंडीगढ़वासी भी लू के थपेड़ों से जूझ रहे हैं। हिसार 48 डिग्री तापमान के साथ रीजन में सबसे गर्म रहा। इसके बाद नारनौल का तापमान 46 डिग्री, अंबाला 44.2 डिग्री,करनाल 44 डिग्री और चंडीगढ़ का तापमान 43.1 डिग्री रहा।

पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी से डॉक्टर केके गिल का कहना है कि अभी गर्मी का कहर इसी तरह जारी रहेगा। दिन का तापमान कई जगह पर 47 से 48 डिग्री तक जा सकता है। 29 मई के बाद कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।

असम व मेघालय में भारी बारिश का अनुमान
उत्तर और मध्य भारत में भीषण गर्मी के बीच मौसम विभाग ने लाल कोड वाली चेतावनी जारी करते हुए दो पूर्वोत्तर राज्यों असम और मेघालय में 26 से 28 मई के दौरान भारी बारिश का अनुमान जताया है। आईएमडी के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र की प्रमुख सती देवी ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी से उठने वाली दक्षिण पश्चिमी तेज हवाओं के कारण इन दोनों राज्यों में काफी नमी होगी। उन्होंने कहा कि कई स्थानों पर भारी से बेहद भारी बारिश की उम्मीद है।

हर कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात बने जरूरी नहीं
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत में मई के बाद जून में अधिकतम बारिश होगी। उन्होंने कहा कि अरब सागर में 30 मई से कम दबाव का वातावरण बन रहा है। यह दबाव तूफान में बदलने का पहला चरण होता है, लेकिन जरूरी नहीं कि हर कम दबाव की स्थिति तूफान में तब्दील हो जाए।

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