अजय कुमार, लखनऊ: राजधानी लखनऊ में कुछ फर्जी पत्रकारों ने निष्पक्ष पत्रकारिता एवं वास्तविक पत्रकारों के नाम पर धब्बा लगवाना शुरू कर दिया है जिसमे एक नाम है टेम्पो ड्राईवर मनोज | जो खुद को पत्रकार बताकर आपराधिक घटनाओं को लगातार अंजाम दे रहा था | लूट , लूट का प्रयास , मारपीट, बलवा, रंगदारी , अवैध वसूली , छेड़खानी समेत दर्जनों मामले लखनऊ के अलग अलग थानों में इसके खिलाफ दर्ज है | पुलिसकर्मियों की फ़र्ज़ी वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग करता था | You tube पर खुद का एक फ़र्ज़ी देश प्रेमी नेशनल न्यूज़ चैनल बचलाता था | कुछ समय पहले ही मड़ियांव पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था | छूट कर वापस आते ही डालीगंज में शराब व्यापरियों का फ़र्ज़ी वीडियो बनाकर मांग रहा था रंगदारी| जिसके लिए इंस्पेक्टर हसनगंज ने गिरफ्तार कर इसको भेजा था जेल | लेकिन पुनः एक बार जेल से छूटने के बाद अपनी हरकतों से न बाज आकर मनोज ने अपने गैरकानूनी कार्यों को दोबारा से शुरू कर दिया था जिसके कारण इस बार उसे जानकीपुरम थाने की पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया एवं पुलिस का दावा है कि इसके अन्य साथी भी जल्द ही बनेंगे सरकारी मेहमान | इंस्पेक्टर जानकीपुरम के मुताबिक टैम्पो ड्राइवर मनोज कश्यप को छुड़वाने के लिए इसी की तरह के अन्य फट्टेबाज तथाकथित अनपढ़ पत्रकारों ने किए थे फोन |
बताते चले इन दिनों लखनऊ में फ़र्ज़ी पत्रकारों की बाढ़ सी आयी हुई है जो दिन रात लोगो को पत्रकारिता का रुआब दिखाकर अवैध रूप से धन उगाही में लिप्त है | वहीं पुलिस की इस बड़ी कार्यवाही से कहीं न कहीं ऐसे लोगो के बीच खलबली मचनी तो तय है ।