सस्ती मेहंदी और बिना डॉक्टर के सलाह के मेडिकेटेड साबुन लगाने से त्वचा में दाग, छांही, खुजली आदि की समस्या बढ़ सकती है। बाजार में मिल रही सभी प्रकार की मेहंदी में रसायन मिले होते हैं। इसे लगाने पर सिर की त्वचा के साथ-साथ गाल, गले पर भी संक्रमण व एलर्जी हो सकती है तथा बालों के लिए भी यह समस्या खड़ी कर सकती है।
पीएमसीएच के चर्म एवं सौंदर्य रोग विशेषज्ञ ने बताया कि मेडिकेटेड साबुन शरीर को फायदा पहुंचाने वाले कीटाणुओं को भी खत्म कर देते हैं। स्केबीज का समय पर इलाज न हो तो किडनी की भी बीमारी हो सकती है। दिनाई आदि की दवा स्वयं न करें। दवा दुकान से स्टेरॉयडयुक्त क्रीम लेकर लगाने से बीमारी बढ़ सकती है। छांही में सूर्य और एलईडी, सीएफएल की रोशनी व मोबाइल की अल्ट्रा वायलेट तरंगों से बचना चाहिए। बाजार का मिक्स क्रीम न लगाएं। बचाव के लिए 50 एसपीएफ का सनस्क्रीन लोशन या क्रीम लगा सकते हैं।
पासवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि सिरोसिस, बाल झड़ना, संपर्क से होनेवाली खुजली आदि का सफल इलाज है। ऐसा होने पर तुरंत चिकित्सक से सलाह लें। कहा कि टैटू गुदवाते समय सावधानी नहीं बरती गई तो हेपेटाइटिस से लेकर एचआईवी से पीड़ित होने की आशंका होती है। दूसरे टैटू एक बार गुदा गया तो सेना और पुलिस की नौकरी नहीं मिलती। टैटू हट सकता है यदि वह डीप निडल से न हुआ हो।
महत्वपूर्ण सलाह :
-सफेद दाग कोई बीमारी नहीं है। यह त्वचा का रंग मात्र है। फोटो थेरेपी से यह पूरी तरह ठीक हो सकता है।
– खुजली में दवा लगाने से जलन बढ़ने, लाली आने पर दवा लगाना बंद कर दें।
– कुष्ठ रोग की दवा सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है।
– गर्मी में धूप में निकलने के पहले अच्छे सनस्क्रीन लगाकर निकलें।