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पी जी आई: डॉ निर्मल गुप्ता समेत दो के मामले में अंतिम रिपोर्ट खारिज

लखनऊ: विशेष जज मुकेश कुमार सिंह ने भ्रष्टाचार के एक मामले में पीजीअई के डॉ़ निर्मल गुप्ता व एक अन्य अभियुक्त तनवीर हुसैन को क्लीन चिट देते हुए दाखिल की गई अंतिम रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। उन्होंने अपने आदेश में कहा है कि यह मामला भ्रष्टाचार का है। इसलिए थानाध्यक्ष पीजीआई इस मामले से एसएसपी को अवगत कराएं। ताकि भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत किसी सक्षम प्राधिकारी से इस मामले की अग्रिम विवेचना सुनिश्चित हो। उन्होंने यह आदेश अजय कुमार श्रीवास्तव की प्रोटेस्ट अर्जी को मंजूर करते हुए दिया है। उन्होंने अपने आदेश में यह भी कहा है कि नामित विवेचक निष्पक्षता पूर्वक विवेचना करते हुए विधिनुसार रिपोर्ट अदालत में यथाशीघ्र प्रस्तुत करें। मामले की अगली सुनवाई 16 जनवरी, 2020 को होगी।

क्या है मामला?

मामला हृदय रोग की गंभीर बीमारी पीड़ित एक बुजुर्ग से 50 हजार रुपये रिश्वत मांगने का है जहाँ 23 जून, 2015 को पीड़ित अजय श्रीवास्तव उपचार के लिए अपने पिता वीरेंद्र श्रीवास्तव के इलाज़ के लिए पीजीआई में डॉ़ निर्मल गुप्ता के पास ले गए थे। डॉ़ गुप्ता ने रिपोर्ट देखकर उनके पिता की स्थिति बहुत खराब बताई,साथ ही उन्हें तत्काल आपरेशन कराने की सलाह दी। डॉ़ गुप्ता ने अजय से कहा कि तनवीर से मिल लो। जहाँ तनवीर ने पीड़ित से 50 हजार रुपए की मांग की। पीड़ित द्वारा रुपया नहीं देने पर लगभग दो माह बाद 07 अगस्त, 2015 की तारीख दे दी। अजय एक-दो दिन बाद पुन: पिता को डॉ़ गुप्ता के चैम्बर में ले गए। उन्हें तनवीर द्वारा अतिरिक्त रुपया मांगने और नहीं देने पर लम्बी तारीख देने की बात बताई। इतना सुनते ही डॉ़ गुप्ता भड़क गए। जब पीड़ित पुनः दी गए समय 07 अगस्त, 2015 को सीवीटीएस ओपीडी पहुंचा जहाँ मरीज़ को देखते ही तनवीर गालियां देने लगा। पीड़ित अजय ने इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई जहाँ 23 मार्च, 2017 को इस मामले की विवेचना के बाद पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को क्लीन चिट देते हुए अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर दिया।

कोर्ट ने दिया अग्रिम विवेचना का आदेश 

इस मामले में कोर्ट ने पुलिस की फ़ाइनल रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा कि विवेचक ने इस मामले में पीड़ित का बयान दर्ज नहीं किया और न ही मामले की जानकारी लेने के लिए सीसीटीवी फुटेज का विवरण लेने का प्रयास किया, अतः इस मामले की अग्रिम विवेचना की जाए। कोर्ट ने आगे कहा कि पी जी आई जैसी संस्था चिकत्सा सुविधा के लिए लोगों के आस्था से जुडा है इस पर लोगों का विश्वास बना रहना चाहिए।

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