उत्तर सीरिया में कुर्द प्रशासन ने तुर्की से लगी सीमा के पास सीरियाई सैनिकों की तैनाती के लिए दमिश्क सरकार के साथ समझौते की रविवार को घोषणा की। अंकारा की ओर से पैदा होने वाले खतरों से निपटने के लिए यह समझौता किया गया है।
कुर्द प्रशासन ने फेसबुक पर एक बयान में कहा, ”इन खतरों का सामना करने और उनसे निपटने के लिए, सीरियाई सरकार के साथ एक समझौता किया गया है… ताकि सीरियाई-तुर्की सीमा पर कुर्द नेतृत्व वाले ‘सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस’ (एसडीएफ) की मदद के लिए सीरियाई सेना को तैनात किया जा सके।”
कुर्द प्रशासन ने इस समझौते के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी। सीरियाई समाचार एजेंसी सना ने कहा था कि तुर्की से निपटने के लिए सेना अपने सैनिकों को भेज रही है। इसके बाद इस समझौते की घोषणा की गई।
इससे पहले कुर्दिश अधिकारियों ने रविवार (13 अक्टूबर) को कहा कि उत्तरी सीरिया के विस्थापितों के शिविर से विदेशी आतंकियों के सैकड़ों रिश्तेदार फरार हो गए हैं। तुर्की के हमले के बाद फरार होने वालों का आंकड़ा बढ़कर एक लाख 30 हजार तक पहुंच गया है। दोनों पक्षों के बीच झड़प पांचवें दिन भी जारी रही जिसके चलते दर्जनों नागरिक और लड़ाकों की मौत हो गई और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसे लेकर चिंता व्यक्त की जा रही है।
कुर्दिश अधिकारियों और विदेशी ताकतों ने बार-बार चेतावनी दी है कि इन हमलों से इस्लामिक स्टेट समूह (आईएस) के खिलाफ जंग कमजोर हो सकती है और आतंकियों को कैद से फरार होने का मौका मिलेगा।