प्रेम विवाह में जाति और उम्र आड़े आई तो हाथीगांव के पास प्रेमी युगल ने ट्रेन की पटरी पर लेटकर जान दे दी। दोनों पड़ोसी गांव के रहने वाले थे। पुलिस के मुताबिक प्रेम विवाह में परिवार के लोगों के विरोध के चलते दोनों ने यह कदम उठाया। हाथीगांव के रेलवे ट्रैक पर शुक्रवार दोपहर करीब 1:30 बजे दोनों के शव पाए गए।
ग्रामीणों की सूचना पर महाराजपुर पुलिस मौके पर पहुंची। छात्रा के बैग में मिले स्कूल के आईकार्ड से पता चला कि वह कुलगांव की रहने वाली थी। वह गांव के ही एक इंटर कॉलेज में बारहवीं की छात्रा थी। युवक की पहचान पड़ोसी गांव अटवा निवासी किसान महेंद्र यादव के बेटे मयंक यादव (25) के रूप में हुई। मौके पर पहुंचे दोनों के परिजन घटना देख अवाक रह गए। छात्रा के परिजनों ने युवक पर आरोप लगाया और भला-बुरा भी कहा।
महाराजपुर एसओ ने बताया कि छात्रा दलित परिवार से और नाबालिग थी। इसके चलते युवक के परिजन शादी को तैयार नहीं थे। लड़के की उम्र छात्रा से करीब दस साल अधिक थी। इसके चलते उसके घर वाले भी शादी के खिलाफ थे। इसके चलते दोनों ने यह कदम उठाया। परिजन कोई तहरीर देंगे तो जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
घर आने जाने के दौरान दोनों में हुई थी दोस्ती
मयंक की जान-पहचान पड़ोसी गांव में रहने वाली छात्रा के पिता से थी। इसके चलते उसका छात्रा के घर पर आना-जाना था। तभी दोनों में दोस्ती हुई और मामला प्रेम प्रसंग तक पहुंच गया। छात्रा की मां ने बताया कि सुबह करीब 7:30 बजे बेटी स्कूल जाने के लिए निकली थी। दोपहर में उसकी मौत की सूचना मिली। छात्रा अपने तीन भाई और दो बहनों में दूसरे नंबर पर थी। उधर, मयंक के परिजनों को उम्मीद न थी कि घर से निकले बेटे का उन्हें शव मिलेगा। पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
युवक के हाथ पर लिखा था छात्रा का नाम
पुलिस को मयंक के दाएं हाथ की अंगुली की अंगूठी में छात्रा का नाम लिखा मिला। इससे दोनों के प्रेम प्रसंग की जानकारी हुई। महराजपुर एसओ ने बताया कि परिजनों से पूछताछ में प्रेम संबंध की पुष्टि हुई है।