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एनडीए के नेताओं में जलजमाव पर जुबानी जंग

बिहार की राजधानी पटना के कई हिस्सों में जलजमाव पर एनडीए नेताओं में जुबानी जंग छिड़ गई है। गठबंधन के दो प्रमुख दलों के नेताओं के बीच ठीकरा एक-दूसरे के सिर फोड़ने की इस सियासत पर विपक्षी नेता भी मजे ले रहे हैं। वार-पलटवार का सिलसिला जारी है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तंज से प्रहार की शुरुआत की और शुक्रवार को वह खुलकर सामने आ गए। उन्होंने सीधे सीएम और डिप्टी सीएम पर निशाना साधा। पलटवार कर राज्य सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने नसीहत के अंदाज में उन्हें खरी-खोटी सुनाई। इस परिस्थिति से दोनों दलों के शीर्ष नेतृत्व और एनडीए समर्थक असहज महसूस कर रहे हैं।

पटना की स्थिति के लिए सीएम-डिप्टी सीएम जिम्मेवार

भारी बारिश के कारण पटना सहित अन्य जिले में कायम जलजमाव और उत्पन्न बाढ़ की स्थिति पर केन्द्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह ने अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। शुक्रवार को ट्वीट कर सीधे सरकार को ही आड़े हाथों लिया। कहा कि पटना में बारिश से तबाही के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी जिम्मेवार हैं।

गिरिराज ने राहत वितरण में भेदभाव का भी आरोप सरकार पर मढ़ा। कहा, मुंह देख राहत सामग्री का वितरण नहीं होना चाहिए। ट्वीट में कहा कि नशा सत्ता का हो, जमीन नज़र नहीं आती हो, आंखों पर पर्दा हो और लोगों का दर्द सुनाई न दे तो सत्ता हमेशा सजग चौकीदार से ही सवाल पूछती है। अधिकारियों पर तंज कसा कि बेगूसराय में हूं या नहीं, राजनीतिक शह के कारण अंधे बने बिहार के अधिकारी भी इसकी गवाही दे सकते हैं। निष्ठुर-संवेदनहीनों से मुझे किसी तरह का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए। वहीं, प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से अनौचारिक बातचीत में गिरिराज ने कहा कि मुझे सच कहने से कोई नहीं रोक सकता। जब ताली सरकार को मिलेगी तो गाली भी सरकार को ही मिलेगी। अधिकारियों के खिलाफ बोलने पर सरकार के मंत्री उनका बचाव कर रहे थे। उपमुख्यमंत्री को घर से निकलते लोगों ने देखा। पटना के लोगों की पीड़ा के लिए आखिरकार कोई तो जिम्मेवार है। मैं केवल प्रधानमंत्री के प्रति जिम्मेवार हूं और जब वे कहेंगे तो मंत्रीपद छोड़ने में एक मिनट की भी देरी नहीं करूंगा।

मीडिया ब्वॉय बने रहने को बयान देते हैं गिरिराज

जदयू के मंत्रियों ने भाजपा सांसद गिरिराज सिंह के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भवन निर्माण मंत्री डा. अशोक चौधरी ने कहा कि गिरिराज सिंह की महत्वाकांक्षा बढ़ गयी है। वे अपने करीबी लोगों का स्कोर बढ़ाने के लिए अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं। डॉ. चौधरी ने कहा कि गिरिराजजी चुनाव में वोट दिलाने के लिए नीतीश कुमार के पास क्षेत्र में चलने का आग्रह कर सकते हैं तो ऐसा क्या हो गया कि उनके यहां कोई समस्या थी या कोई अधिकारी उनकी बात नहीं सुन रहे तो वे मुख्यमंत्री को यह नहीं बता सकते। दरअसल गिरिराज सिंह मीडिया ब्वॉय बने रहने के लिए फिजूल का बयान देते रहते हैं। कभी पाकिस्तान, कभी हिंदू तो कभी मुस्लिम मुद्दों पर बोलते हैं। देश की जनता से कभी यह क्यों नहीं कहते कि पशुधन को बचाने के लिए वे क्या रहे हैं? कौन-कौन सा काम उनका महकमा करने जा रहा?

जदयू का जवाब ’ गिरिराज सिंह की महत्वाकांक्षा बढ़ गयी है : अशोक चौधरी ’ अपने लोगों का स्कोर बढ़ाने को अनाप-शनाप बोल रहे ’ यह क्यों नहीं कहते कि पशुधन को बचाने के लिए वे क्या रहे

गिरिराज बताएं बिहार के लिए क्या किया : श्रवण 
श्रवण कुमार ने कहा है कि जो आपदा राज्य में आयी है, उस स्थति में राज्य की सरकार को जो भी काम करना चाहिए वह लगातार किया जा रहा है। पटना में लोगों को जलजमाव से निजात दिलाई जा रही है लेकिन, गिरिराज सिंह केवल चर्चा में बने रहने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं। बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने गिरिराज सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि बताएं कि केंद्रीय मंत्री रहते उन्होंने अबतक बिहार के लिए क्या किया है? कहा, इसकी जानकारी उन्हें बिहार की जनता को देनी चाहिए। बोलने और कहने में फर्क है। गिरिराज सिंह काफी समय से केन्द्र सरकार में मंत्री हैं, लेकिन बिहार के लिए उनकी तरफ से किए गए कामों की कोई चर्चा नहीं है।

जलजमाव पर भाजपाइयों ने जदयू नेताओं को दी नसीहत

भाजपा के कई नेताओं ने जदयू नेताओं के बयान पर पलटवार किया। साथ ही जलजमाव के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को जिम्मेवार बताया। विधायक नितिन नवीन ने कहा कि मुंह न खुलवाएं। जलजमाव का ठीकरा भाजपा पर फोड़ने वालों को पहले आईना देखना चाहिए। परेशानी के समय बयानबाजी नहीं होनी चाहिए। बयान देने वालों को याद करना चाहिए कि अधिकारियों की पोस्टिंग कौन करता है। अगर कमियां गिनाने लगेंगे तो मुश्किल होगी। विधायक के नाते नाला उड़ाही तक की रिपोर्ट भी नहीं मिली। कुछ कमियां हैं तभी शहर में जलजमाव हुआ। एनडीए सरकार बिहार के विकास के लिए काम कर रही है। मुख्यमंत्री खुद गंभीर हैं और सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।

प्रवक्ता निखिल आनंद ने ट्वीट कर पटना के कमिश्नर पर तंज कसा कि जनता अपने कमिश्नर को तलाश रही है। अतिक्रमण हटाने या ट्रैफिक रूल्स लागू कराने के अवसरों का इस्तेमाल हमेशा फोटो-ऑप के लिए करते थे। जब से जलजमाव के कारण त्रासदी की स्थिति है, जनाब पूरे सीन से गायब है।

अधिकारी निश्चिंत हो गए 
विधायक अरुण सिन्हा व संजीव चौरसिया ने कहा कि सावन-भादो बीत जाने के बाद अधिकारी निश्चिंत हो गए। नाला उड़ाही सही तरीके से नहीं की गई, इस कारण बारिश के इतने दिनों बाद भी जलजमाव कायम है।

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