जम्मू कश्मीर राज्य क्रिकेट टीमों के मेंटर पूर्व भारतीय आलराउंडर इरफान पठान और आयु वर्गों में चयन के दावेदार अपने घरों को लौट गए हैं, क्योंकि कश्मीर घाटी की मौजूदा सुरक्षा स्थिति को देखते हुए श्रीनगर में चल रहे अंडर-16 और अंडर-19 ट्रायल्स स्थगित कर दिए गए हैं। राज्य प्रशासन ने सभी पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों को संभावित आतंकी हमले के मद्देनजर घाटी छोड़ने का निर्देश जारी किया है।
इरफान पठान अंडर-16 (विजय मर्चेंट ट्रॉफी) और अंडर-19 (कूच बेहार ट्रॉफी) के ट्रायल्स को देखने और संभावित खिलाड़ियों की सूची तैयार करने के लिए श्रीनगर में थे। पठान ने रविवार को पीटीआई से कहा, ”हमने फिलहाल जूनियर टीम ट्रायल्स का दूसरा चरण स्थगित कर दिया है। हमारा पहला चरण जून और जुलाई में चला था। यह दूसरा चरण था। सरकार की तरफ से परामर्श जारी हुआ है और इसलिए जम्मू कश्मीर क्रिकेट संघ (जेकेसीए) सीईओ बुखारी और प्रशासक न्यायमूर्ति प्रसाद से मैंने मुलाकात की। इसके बाद लड़कों को वापस घर भेजने का फैसला किया गया।”
सभी लड़कों के अपने घर पहुंचने के बाद ही पठान श्रीनगर से रवाना हुए। उन्होंने कहा, ”मैं खुद यह सुनिश्चित होना चाहता था कि वे सुरक्षित अपने घर पहुंच जाएं। मैं समझ सकता हूं कि उनके माता-पिता तनाव में थे और यह लाजिमी है। मैंने उनमें से कुछ से फोन पर बात करके उनके घर पहुंचने की पुष्टि की। अब जबकि सभी अपने घर पहुंच गए हैं तो मैं आज रवाना हो गया।”
इरफान पठान ने स्वीकार किया कि वर्तमान स्थिति के कारण प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रभावित हुआ है, लेकिन उम्मीद जताई कि जल्द ही चीजें सामान्य हो जाएंगी। उन्होंने कहा, ”हमने विस्तृत खाका तैयार कर रखा है। हम अच्छी तरह से तैयारी करना चाहते थे और इसलिए हमने जून में ही शिविर लगा दिया था ताकि हम लड़कों का आसानी से चयन कर सकें। इसके अलावा हमारे लड़के सत्र पूर्व होने वाले अखिल भारतीय टूर्नामेंटों में खेलेंगे और मैं उनके प्रदर्शन पर निगरानी रखूंगा।”
कश्मीर से वापस घर लौटने के बाद इरफान पठान ने कई ट्वीट भी किए हैं। इरफान पठान ने अमरनाथ यात्रा को लेकर भी एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने अपील की है कि हर बात को धर्म से जोड़कर नहीं देखा जाए।