भारत के युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने सोमवार को कहा कि वह सुनिश्चित नहीं हैं कि कूल्हे की चोट से कब तक उबर पाएंगे, जिससे उनकी वेस्टइंडीज के खिलाफ अगले महीने होने वाली टेस्ट सीरीज में भागीदारी पर सवालिया निशान लग गया है। इस 19 वर्षीय खिलाड़ी ने पिछले साल वेस्टइंडीज के खिलाफ पदार्पण मैच में शतक जमाया था। उन्हें भारत ए टीम के साथ कैरेबियाई दौरे पर जाना था, लेकिन मई में मुंबई टी-20 लीग के दौरान कूल्हे की चोट के कारण वह बाहर हो गए थे। पृथ्वी शॉ की जगह महाराष्ट्र के युवा सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड को इंडिया ए टीम में शामिल किया गया था।
भारतीय टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ 22 अगस्त से दो टेस्ट मैच खेलेगी। अपनी चोट पर बात करते हुए पृथ्वी शॉ ने कहा कि फिटनेस हासिल करने के लिए अभी उनके पास समय है। पृथ्वी शॉ ने कहा, ”मैं अब भी शत प्रतिशत फिट नहीं हूं और मैं नहीं जानता कि पूरी फिटनेस हासिल करने में कितना समय लगेगा। प्रक्रिया चल रही है। अभी काफी समय है और मैं फिजियो के साथ काम कर रहा हूं। मैं अभी इसके लिए समयसीमा तय नहीं कर सकता।”
बता दें कि पृथ्वी शॉ अबतक भारत के लिए सिर्फ दो टेस्ट मैच ही खेल पाए हैं। मुंबई के बल्लेबाज ने वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू टेस्ट में शतक जमा कर सनसनी पैदा कर दी थी। दुर्भाग्य से उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच से पहले चोट लग गई और उन्हें सीरीज से बाहर होना पड़ा था। ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर एंकल में चोट की वजह से शॉ को बीच दौरे से ही हटना पड़ा था।
डेब्यू टेस्ट में पहला शतक जड़ बनाए थे कई रिकॉर्ड
पृथ्वी शॉ ने अब तक केवल दो टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन वह शतक बनाने वाले
दूसरे सबसे युवा बल्लेबाज बन गए थे। 18 साल 10 महीने और 25 दिन की उम्र में
राजकोट में पहला टेस्ट खेलते हुए शॉ ने 134 रनों की पारी खेली थी। टेस्ट
में 51 शतक लगाने वाले सचिन तेंदुलकर ने ही उनसे कम उम्र में शतक लगाया
है।