भोपाल। मध्यप्रदेश के सीधी जिले में डी मंगलवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। यात्रियों से भरी एक बस बाणसागर नहर में गिर गई। हादसे में अब तक 49 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। इनमें 24 पुरुष, 21 महिलाएं और दो बच्चे भी शामिल हैं। बुधवार सुबह दो शव और मिले, वहीं दो लोग लापता हैं, जिनकी तलाश अभी तक जारी है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना स्थल पर बचाव और राहत कार्य अब समाप्त हो गया है और सरकार पीडि़तों के परिजनों को हरसंभव मदद पहुंचाने का प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार शाम को कैबिनेट बैठक से पूर्व मंत्री परिषद के सदस्यों से बातचीत करते हुए कहा है कि सीधी बस दुर्घटना और निवाड़ी में रेत की खदान धंसने से हुए हादसे में कई अनमोल जिंदगियां असमय काल कवलित हो गईं। यह अत्यंत हृदय विदारक है। एक मिनट मौन रहकर कैबिनेट साथियों के साथ दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए परमपिता परमात्मा से प्रार्थना की।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधी की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर संवेदना प्रकट की और हताहतों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये तथा गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की। प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये सहायता व घायलों के नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीधी बस दुर्घटना में रेस्क्यू ऑपरेशन में पूरी मुस्तैदी के साथ टीम सुबह ही जुट गई थी। मैं सतत राहत व बचाव टीम के संपर्क में रहा।
उन्होंने बताया कि इस हादसे में हताहत हुए भाई-बहनों के शव को ससम्मान ले जाने और अंतिम संस्कार के लिए जो आवश्यक व्यवस्थाएं चाहिए, वैसी व्यवस्थाएं बनाई गई हैं। मुझे जानकारी दी गई कि सीधी बस दुर्घटना का रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो गया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे 45 भाई-बहनों की इस दुर्घटना में जान चली गई। उनके पार्थिव शरीर को ससम्मान उनके गांव भेजने के निर्देश दे दिये हैं। प्रशासन की ओर से मृतकों के परिजनों को तत्काल 10 हजार रुपये दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि दो मंत्रियों को घटनास्थल पर भेजा। तुलसी सिलावट और रामखेलावन पटेल रीवा अस्पताल पहुंच गए हैं और वहां मृतकों तथा घायलों के परिजनों को उचित सहायता मुहैया करा रहे हैं।
प्रियंका मिश्रा
द अचीवर टाइम्स लखनऊ