नई दिल्ली : राजस्थान की राजनीति में आज सबसे अहम दिन क्योंकि कांग्रेस विधायक दल की बैठक में हिस्सा न लेने वाले सचिन पायलट सहित 19 विधायकों के खिलाफ विधानसभा अध्यक्षता की ओर से दिए गए नोटिस पर आज हाईकोर्ट फैसला सुना सकता है. वहीं आज सीएम अशोक गहलोत सरकार का भी भविष्य तय होगा. इससे पहले हाईकोर्ट ने इस मामले में सुनवाई करते हुए आज के दिन के लिए फैसला टाल दिया था. इसे सचिन पायलट के लिए फौरी राहत माना गया है। लेकिन हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अपील की गई है।जिसमें कहा गया है कि संविधान की 10वीं अनुसूची के अंतर्गत उनके द्वारा की जा रही है।
अयोग्यता की कार्यवाही से हाईकोर्ट रोक नहीं लगा सकता है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस दलील को खारिज कर दिया है। साथ ही कई अहम टिप्पणी भी की हैं। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है। कि हाइकोर्ट इस मामले में अपना निर्णय सुना सकता है। अगर हाईकोर्ट विधानसभा अध्यक्ष की ओर से की जा रही है। अयोग्यता की कार्यवाही को सही ठहराता है तो सचिन पायलट सहित 18 विधायकों की संख्या घट जाएगी. इससे सदन में मौजूदा सदस्यों की संख्या घट जाएगी और अशोक गहलोत के लिए बहुमत साबित करना आसान हो जाएगा. माना जा रहा है कि अशोक गहलोत के पास कम से कम 101 विधायकों का समर्थन है। और बहुमत के लिए भी 101 ही विधायक चाहिए. लेकिन अगर सचिन और पायलट के समर्थक 18 विधायक अयोग्य घोषित होते हैं। तो सदन में बहुमत का आंकड़ा 91 के पास आ जाएगा।
प्रकाश जोशी
द अचीवर टाइम्स लखनऊ