कुशीनगर में मस्जिद में हुए विस्फोट के मुख्य आरोपी फरार चल रहे हाजी कुतुबुद्दीन का जांच एजेंसियों को ठोस सुराग हाथ लगा है। उसे जल्द गिरफ्तार किया जा सकता है। जांच एजेंसियां आरोपी से यह जानना चाहती हैं कि विस्फोटक सामग्री का किस साजिश में इस्तेमाल किया जाना था।
इस मामले में अभी तक गिरफ्तार लोगों से पूछताछ में यह सामने आया है कि जो बारूद मस्जिद में छिपा कर रखा गया था वह लगभग चार महीने पहले वहां लाया गया था। इसका दो-तीन महीने बाद इस्तेमाल किया जाना था, पर अभी यह पता नहीं लग सका है कि इसे किस साजिश में प्रयोग में लाया जाना था। इसके लिए जांच अधिकारी कुतुबुद्दीन के बारे में सारी जानकारी जुटाने में लग गए हैं।
इसी कवायद में पीडब्ल्यूडी के पूर्व कर्मचारी आरोपी हाजी कुतुबुद्दीन के बारे में लोक निर्माण विभाग से भी जानकारी मांगी गई है। अभी तक यह सामने आया है कि आरोपी के कई तबादले हुए थे।
जांच अधिकारी यह जानने की कोशिश में हैं कि उसके इतने तबादले क्यों हुए और वह कहां-कहां तैनात रहा। जांच अफसरों को यह भी जानकारी मिली है कि आरोपी के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं और वह पॉक्सो एक्ट में जेल भी जा चुका है।
मामले की पड़ताल में जुटे अफसर लोक निर्माण विभाग से जानकारी हासिल होने के बाद उसके करीबियों को चिन्हित करने की कोशिश में हैं। शुरूआती दौर में यह अंदेशा जताया जा रहा था कि आरोपी सीमा पार कर नेपाल भाग सकता है पर लगातार हो रही तलाश के बाद इतना तय हो गया है कि आरोपी भाग कर अभी बहुत दूर नहीं जा सका है।