सीएम ने फिरोजपुर, जालंधर, कपूरथला, रोपड़ में बाढ़ का जायजा लेने को बैठक की। उन्होंने जल स्रोत विभाग को टेंडीवाल बांध की मरम्मत का काम युद्धस्तर पर करने को कहा। ताकि आसपास के गांवों में बाढ़ को टाला जा सके। फिरोजपुर के डीसी से कहा गया कि किसी भी स्थिति से निपटने को एनडीआरएफ को अलर्ट पर रखें।
फिरोजपुर डीसी के मुताबिक मक्खू और हुसैनीवाला इलाकों के 15 गांवों से करीब पांच सौ लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। जबकि, 630 लोगों को अपेक्षित मेडिकल सहायता मुहैया करवाई गई है। भोजन के 950 पैकेट और पशुओं का चारा मुहैया करवाया गया है। डीसी ने बताया कि बांध की मजबूती का काम तेजी से चल रहा है, सेना भी सहयोग कर रही है।
जालंधर में मोबाइल टीमों द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों में 1690 लोगों की मदद की गई है। 665 मरीजों को ओपीडी सुविधा दी गई। अब तक 4600 लोग मेडिकल कैंपों में जा चुके हैं। स्थानीय लोगों और संस्थाओं की मदद से दो गांवों में बांध की दरारें भरी गई हैं, फिल्लौर में भरने का काम चल रहा है। कपूरथला में 1415 लोगों को मेडिकल सुविधा मुहैया करवाई गई।
राशन बांटने का काम जोरों पर चल रहा है। रोपड़ में बाढ़ प्रभावित इलाकों से पांच सौ लोगों को निकाला गया है। गांवों में बिजली-पानी की सप्लाई बहाल कर दी गई है। सीएम ने सभी डीसी से कहा कि पानी का स्तर घटते ही नुकसान का आकलन करने को प्रोग्राम तैयार करें। गौरतलब है कि पंजाब ने बाढ़ से 1700 करोड़ के नुकसान की आशंका जताई है। केंद्र सरकार को पत्र लिख कर सीएम ने 1000 करोड़ का पैकेज मांगा है।